केरल भाजपा अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। उनका एक कथित ऑडियो टेप वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं कि सबरीमाला मंदिर पर जारी विवाद पार्टी के लिए सुनहरा मौका है।
इस कथित ऑडियो क्लिप में पिल्लई कह रहे हैं कि सबरीमाला के मुख्य पुजारी ने उनसे बात की थी कि यदि महिलाएं मंदिर में घुसने की कोशिश करेंगी की तो वे मंदिर के द्वार बंद कर देंगे।
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों पिल्लई ने कोझिकोड़ में युवा मोर्चा को संबोधित किया था और यह ऑडियो उसी कार्यक्रम का है।
बीजेपी नेता कथित तौर पर कह रहे हैं कि मुख्य पुजारी कुंडारारु राजीवारु मंदिर के द्वार बंद करने को लेकर थोड़े पसोपेश में थे।
उन्हें कोर्ट की अवमानना का डर था लेकिन उनसे (पिल्लई से) बात करने के बाद उन्होंने मंदिर का गेट बंद करने का फैसला किया।
इस कथित ऑडियो में वह कह रहे हैं, “तांत्रिक समुदाय को बीजेपी और उसके प्रदेश प्रमुख पर अधिक भरोसा है। जब महिलाएं मंदिर में घुसने ही वाली थीं तब उन्होंने मुझे फोन किया। वह मंदिर के गेट बंद करने को लेकर थोड़े अपसेट थे क्योंकि उन्हें कोर्ट की अवमानना का डर था।
उस वक्त जिन चुनिंदा लोगों को उन्होंने फोन किया उनमें से एक मैं भी था। मैंने कहा कि वह अकेले नहीं हैं। अगर कोर्ट की अवमानना का केस हुआ तो सबसे पहले हम पर होगा। हजारों-लाखों लोग उनके साथ होंगे।
बातचीत के बाद उन्होंने अपना स्टैंड लिया। इस फैसले से पुलिस और प्रशासन दोनों सकते में आ गए। हमें उम्मीद है कि वह ऐसा ही दोबारा करेंगे।”
क्लिप के वायरल होने के बाद पिल्लई ने सफाई दी कि एक राजनेता होने के नाते वह सिर्फ एक राय दे रहे थे। हालांकि उन्होंने ‘सुनहरा मौका’ वाले बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया है।
उन्होंने टि्वटर पर लिखा, ‘बीजेपी के निंदनीय और द्रोही राजनीति का खुलासा हो गया है। ऐसे सबूत सामने आए हैं जिनसे पता चलता है कि सबरीमाला की समस्या को बीजेपी नेताओं ने बढ़ाया। इसकी निंदा की जानी चाहिए।’