नई दिल्ली- दिल्ली में सरकार बनाने की राजनीति एक बार फिर से तेज हो गई है। उपराज्यपाल नजीब जंग ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को पत्र लिखकर राज्य विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सरकार बनाने के लिए बुलाने के लिए अनुमति मांगी। दिल्ली विधानसभा में भाजपा के पास अपनी सहयोगी पार्टी शिरोमणी अकाली दल के साथ 32 सीटें हैं और वह सबसे बड़ी पार्टी है।
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति ने उपराज्यपाल का पत्र केन्द्रीय गृह मंत्री के पास विचार-विमर्श के लिए भिजवा दिया है। राष्ट्रपति भवन के अनुसार उपराज्यपाल ने गुरूवार शाम को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा को विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका दिया जाना चाहिए। संभावना है कि भाजपा की रूचि और कई विधायकों के चुनाव न चाहने के चलते गृह मंत्रालय उपराज्यपाल के विचार पर सहमति जता सकता है। दिल्ली में फरवरी में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद से ही राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
हालांकि आम आदमी पार्टी ने विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की मांग की है। इस संबंध में आप ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर रखी है जिस पर सोमवार को सुनवाई होनी है। आप ने उपराज्यपाल पर आरोप लगाया कि वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए भाजपा का पक्ष ले रहे हैं।
वहीं भाजपा के तीन विधायक सांसद चुने जा चुके हैं। इनमें डॉ. हर्षवर्धन, प्रवेश वर्मा और रमेश विधूड़ी सांसद बनने के चलते विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं। इसी बीच निर्दलीय विधायक रामवीर शौकीन भाजपा के साथ जाने को तैयार हैं। भाजपा ने इस बारे में कहाकि उपराज्यपाल के बुलाने पर विचार किया जाएगा।