मुंबई: महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के एनसीपी नेता अजित पवार के साथ मिलकर पहले सरकार बनाना और बाद में बहुमत परीक्षण से एक दिन पहले ही इस्तीफा देने को लेकर विरोधी उन पर ‘3 दिन का सीएम’ तंज कस रहे हैं। हालांकि, बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े का ‘3 दिन के सीएम’ पर एक अलग तरह का दावा है। उत्तर कन्नड़ (कर्नाटक) से बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगेड़े ने कहा है कि केंद्र के 40 हजार करोड़ रुपये बचाने के लिए बहुमत न होने के बावजूद देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हेगड़े के बयान पर शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘महाराष्ट्र के साथ गद्दारी’ करार दिया है।
हेगड़े ने कहा, ‘आप सभी जानते हैं कि महाराष्ट्र में हमारा आदमी 80 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बना। फिर फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया। उन्होंने यह ड्रामा क्यों किया? क्या हम यह नहीं जानते थे कि हमारे पास बहुमत नहीं था और फिर भी वह सीएम बने। हर कोई यह सवाल पूछ रहा है।’
BJP leader Ananth K Hegde in Uttara Kannada yesterday: You all know our man in Maharashtra became CM for 80 hours. Then, Fadnavis resigned. Why did he do this drama? Didn’t we know that we don’t have majority and yet he became CM. This is the question everyone is asking. pic.twitter.com/DsWKV2uJjs
— ANI (@ANI) December 2, 2019
केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के इस ‘खुलासे’ पर शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘महाराष्ट्र के साथ गद्दारी’ करार दिया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने ट्वीट किया, ‘BJP सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कहा है कि 80 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बनकर देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के 40,000 करोड़ रुपये को केंद्र को दे दिया? यह महाराष्ट्र के साथ गद्दारी है।’
Bjp mp @AnantkumarH says @Dev_Fadanvis as CM for 80 hours, moved maharashtra’s 40000 cr Rs to center ? This is treachery with maharshtra , महाराष्ट्र के साथ गद्दारी है @Officeof UT
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 2, 2019
उधर, महाराष्ट्र की नवगठित सरकार की दूसरी बैठक के बाद मीडिया से मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा था, ‘मैंने अधिकारियों को आरे मेट्रो कार शेड प्रॉजेक्ट का काम रोकने का आदेश दिया है। फिलहाल मेट्रो के काम पर कोई रोक नहीं है, लेकिन सरकार के अगले आदेश तक आरे में एक भी पत्ता नहीं काटा जाएगा।’
अनंत कुमार हेगड़े ने आगे कहा, ‘वहां मुख्यमंत्री के नियंत्रण में केंद्र के 40 हजार करोड़ रुपये थे। वह जानते थे कि यदि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार सत्ता में आ जाती है तो वे विकास के बजाए रकम का दुरुपयोग करेंगे। इस वजह से यह पूरा ड्रामा किया गया। फडणवीस मुख्यमंत्री बने और 15 घंटे में केंद्र को 40 हजार करोड़ रुपये वापस कर दिए गए।’