नई दिल्ली [ TNN ] आगरा में कथित जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे को लेकर संसद में गुरूवार को भी हंगामा जारी है। विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद में सरकार विरोधी नारे लगाए। वहीं भाजपा नेता विनय कटियार ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा, “उनके(उमर अब्दुल्ला) दादा-दादी भी हिंदू थे, जिन्होंने बाद में इस्लाम धर्म कबूल कर लिया।” धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला द्वारा भाजपा पर साधे गए निशाने के बाद कटियार का यह बयान आया है। विपक्षी दलों ने संसद में इस मामले पर हंगामा करते हुए कहा कि आरएसएस से जुड़ी संस्थाओं ने 100 मुस्लिमों का लालच देकर और जबरन धर्म परिवर्तन कराया है जो कि एक अपराध है।
अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों को बीपीएल कार्ड देने के लालच की खबरों से इनकार किया है। साथ ही कहा कि इस तरह के समारोह हम कई सालों से करते आ रहे हैं और 25 दिसंबर को फिर होगा। यह धर्म परिवर्तन नहीं है बल्कि “घर वापसी” है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मैं पहले ही बोल चुकी हूं कि यह एक गंभीर मुद्दा है। भाजपा और उसके साथी संगठन सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इनके साथ ही सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि यूपी सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है। वहीं संसदीय मामलों के मंत्री वैंकया नाएडू ने कहा कि हम इस बात पर सहमत हैं कि धर्म परिवर्तन विरोधी कानून बनना चाहिए। अगर सदन चाहता है तो हम इस पर चर्चा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि यूपी के आगरा में आरएसएस से जुड़ी संस्थाओं ने 37 मुस्लिम परिवारों के करीब 100 लोगों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें हिंदू बना दिया था। इन संस्थाओं से जुड़े लोगों का दावा है कि करीब 20-25 साल पहले वे लोग हिंदू थे जिन्होंने बाद में इस्लाम कबूल लिया। वहीं इसके बाद धर्म बदलने वाले कुछ परिवारों ने उन्हें लालच देने का आरोप लगाया है।