लखनऊ- ‘कन्हैया ने जेएनयू कैंपस में हमारी मातृ-पितृ संगठन आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधा है और हमारे पिता तुल्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उसने गालियां दी। ऐसे शख्स की अगर कोई जीभ काटकर लाता है तो मैं उसे 5 लाख का इनाम दूंगा’ यह विवादित बयान यूपी में बदायूं के भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष होने का दावा करने वाले कुलदीप वार्ष्णेय ने दिया है !
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुलदीप वार्ष्णेय ने कहा, “जेएनयू कैम्पस में अपने देशद्रोही साथियों से भारत माता को गाली दिलवाने वाले और आरएसएस, भाजपा के साथ-साथ हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने वाले दुष्ट कन्हैया की जीभ काटकर लाने वाले को 5 लाख रुपये देने की घोषणा करता हूं।
हालांकि बीजेपी के जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य का कहना है कि कुलदीप वार्ष्णेय बीजेपी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष नहीं हैं, उनको 6 माह पहले ही पद मुक्त कर दिया गया था, अब अंकित मौर्य कार्यवाहक अध्यक्ष हैं। कुलदीप ने जो कुछ भी कहा है ये उनका निजी बयान है पार्टी से इसका कोई सरोकार नहीं है।
वार्ष्णेय ने कहा कि वे कन्हैया को सबक सिखाने के लिए जेल भी जाने को तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई भी कन्हैया की जीभ काटेगा, वे उसे पांच लाख रुपये देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत माता को गाली देने वाले की जीभ नहीं कटी, तो यह भारत मां के सवा अरब बेटे-बेटियों का अपमान होगा।
कुलदीप ने कहा कि वे भारतमाता का अपमान होते हुए नहीं देख सकते इसलिए गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस से आग्रह करते हैं कि कन्हैया को गिरफ्तार कर दोबारा जेल की सलाखों के पीछे डाला जाये साथ ही देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा भी चलाया जाये।
उन्होंने भारत सरकार से भी अपील की है कि देश के खिलाफ चल रही साजिश में कन्हैया के पीछे जो लोग हैं उनकी भी जांच करवाकर भारत के संविधान के अनुरूप दंड दिलवाने की कार्रवाई करें।
फिलहाल इस मुद्दे पर पुलिस या फिर पार्टी की ओर से दिलीप वार्ष्णेय के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दूसरी ओर कांग्रेस ने इस मुद्दे पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इस घटना की तुलना तालीबानी कानून से की है। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है, इस मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा।
गौरतलब है कि कुमार देशद्रोह के मामले में गिरफ़्तारी के बाद ज़मानत पर रिहा हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने गुरुवार रात जेएनयू परिसर में छात्रों को संबोधित किया अपने भाषण में कन्हैया ने जमकर निशाना साधा ।
कन्हैया ने कहा जेएनयू पर हमला एक योजना के तहत है क्योंकि वे यूजीसी के विरोध में प्रदर्शन को ख़त्म करना चाहते हैं और रोहित वेमुला के लिए न्याय की लड़ाई को धीमा करना चाहते हैं. इस देश की सत्ता ने जब जब अत्याचार किया है, जेएनयू से बुंलद आवाज़ आई है, आप हमारी लड़ाई को धीमा नहीं कर सकते ।
भारत से नहीं भाइयों, भारत में आज़ादी मांग रहे हैं. ‘से’ और ‘में’ में फर्क होता है. कुछ को तो आपने हर-हर कहकर झक लिया, आजकल अरहर से परेशान हैं।
कन्हैया ने कहा प्रधानमंत्री जी ने ट्वीट किया है और कहा है सत्यमेव जयते. प्रधानमंत्री जी आपसे भारी वैचारिक मतभेद है लेकिन क्योंकि सत्यमेव जयते आपका नहीं इस देश का संविधान का है, मैं भी कहता हूं सत्यमेव जयते ।