मेघालय के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर बीफ पार्टी के आयोजन की घोषणा की है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार बीफ पार्टी आयोजित करने के लिए भाजपा नेता बाचू चामबुगॉन्ग माराक को पार्टी से बाहर निकाला जा सकता है। नार्थ गारो हिल्स जिले के अध्यक्ष बाचू ने बुधवार (31 मई) को फेसबुक पर एक बैनर पोस्ट किया जिस पर लिखा था, “गारो हिल्स बीजेपी नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने का उत्सव मनाने के लिए बिची-बीफ पार्टी का आयोजन करेगी।” गारो भाषा में बिची चावल से बनी बीयर को कहते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में मवेशियों की हत्या के लिए खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी थी। केंद्र सरकार के फैसले पर मद्रास हाई कोर्ट ने चार हफ्ते का स्थगन आदेश दे दिया है। बंगाल, त्रिपुरा और केरल जैसे राज्यों ने पहले ही केंद्र सरकार के इस कानून को लागू करने में असमर्थता जता दी है। केंद्र सरकार के फैसले के बाद से ही बीफ का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर छाया हुआ है। विपक्षी दल भाजपा पर बीफ को लेकर दोहरी राजनीतिक का आरोप लगाते रहे हैं।
बाचू के फेसबुक पोस्ट से पहले भाजपा के मेघालय प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन एस कोहली ने मवेशियों से जुड़े नए कानून पर एक सम्मेलन को संबोधित किया। नलिन कोहली ने सम्मेलन में कहा, “गोहत्या पर कानून राज्य सरकार बनाएगी केंद्र नहीं। हर राज्य को स्थानीय खानपान आदतों को ध्यान में रखते हुए कानून बनाना चाहिए। पूर्वोत्तर भारत में लोग बीफ खाते हैं, सरकार को ये बात ध्यान में रखनी होगी।”
कोहली का सम्मेलन पूरा होते होते बाचू की फेसबुक पोस्ट आ गई। जब कोहली से मीडिया ने बाचू की पोस्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने दो टुक शब्दों में कहा कि इसके लिए जिला अध्यक्ष पद से हटाए जाएंगे। नलिन ने कहा कि अगर वो खुद पार्टी छोड़ना चाहते हैं तो इसका स्वागत है।
जब टेलीग्रीफ ने बाचू से उनका पक्ष पूछा तो उन्होंने कहा कि वो बीफ पार्टी जरूर आयोजित करेंगे क्योंकि गारो जनजाति के लोग बीफ के बिना नहीं जी सकते। बाचू ने कहा कि अगर पार्टी बीफ पार्टी पर रोक लगाएगी तो हम अपने आप उसेस बाहर हो जाएंगे। गारो इलाके में बीफ पर बैन लगाने वाली कोई भी पार्टी नहीं चल सकती।