लखनऊ- बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के पक्ष में लड़ी जा रही लड़ाई का रुख इस साधारण सी ‘माँ’ ने सिर्फ चंद घंटे में मोड़ दिया। वह माँ जो स्कूटी से चलती है। रोज सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ती है। घर के लिए सब्जी लाने जाती है। राजधानी स्थित आशियाना कालोनी वालों की माने तो वह साधारण माँ बहुत ही सहज स्वभाव की है।
हम बात कर रहे हैं बाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाती सिंह की। महज 24 घंटे के भीतर स्वाती ने मायावती पर जो पलटवार किया है, उसने उत्तर प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। स्वाती आज आम नागरिक का चेहरा बन चुकी है। अपनी सास, मां और बच्चों की सुरक्षा के लिए स्वाती जिस तरह से लड़ रही हैं, उससे स्वाती यूपी में हर औरत और हर घर का चेहरा बनती जा रही है।
दरअसल मायावती पर भद्दा बयान देने के बाद जिस दयाशंकर को सभी राजनीतिक पार्टियों ने अछूत घोषित कर दिया था। जिसे बीजेपी ने खुद पार्टी से निकाल दिया। उसी दयाशंकर को लेकर जो लड़ाई स्वाती ने छेड़ी है, उसके समर्थन में बीजेपी ने सूबे की राजधानी लखनऊ में बेटी के सम्मान को लेकर मैदान में उतरने के लिए कमर कस ली है। स्वाती के बयानों और आरोपों पर मायावती लाख सफाई दे रही हों लेकिन सच तो ये है कि मायावती ने खुद अपने सलाहकारों को जमकर फटकार लगाई है। हलांकि अपने कॉडर को बचाने के लिए मायावती ने उन पर कोई कार्रवाई तो नहीं कि है लेकिन नसीमुद्धीन सिद्धकी से लेकर रामअचल राजभर तक को खरी खोटी सुनाने में कोई कसर नहीं बख्शी है। यहां तक कि नीचे से लेकर ऊपर तक बैठे नेताओं को साफ चेतावनी दी है कि ऐसी हरकत दोबारा करने कर उन्हे बख्शा नहीं जाएगा।
स्वाती सिंह की 12 साल की बेटी लखनऊ के लेरॉन्टो कानवेंट स्कूल में पढ़ती है। जिसे स्वाती सिंह खुद स्कूटी से स्कूल छोड़ने जाती है। इसके अलावा घर की सब्जी से लेकर राशन तक का सामान स्वाती खुद ही लाती है। इसलिए उस पर खतरे का डर ज्यादा है।
बलिया की रहने वाली स्वाती ने लखनऊ विश्वविधालय में पड़ी है। इसी दौरान विश्वविधायल में ही पढ़ने वाले छात्र नेता दयाशंकर सिंह से उनकी दोस्ती, देखते ही देखते दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी कर ली।
दयाशंकर के राजनीतिक जीवन में भागिदारी को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ। बात बढ़ी तो दोनों के बीच लंबे समय तक बातचीत भी बंद हो गई। लेकिन जैसे ही पति दयाशंकर की जान खतरे में पड़ी तो स्वाती ने अपने पति और बच्चों की जान बचाने को लेकर उसने मायावती पर पलटवार कर चंद घंटो में ही प्रदेश का नया चेहरा बन गईं। हर परिवार इस महिला के समर्थन में बातें कर रहा है। लखनऊ के आशियाना इलाके के लोग इस सहज नारी का ये रूप देख कर हैरान हैं और उसके जज्बे को सलाम करते नजर आ रहे हैं। सबकी जुबान पर चर्चा है कि स्वाति अपना पत्नी धर्म बखूबी निभा रही हैं।
ऐसा नहीं है कि स्वाती ने मायावती के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए अपनी नीजि जिंदगी को ताक पर रख दिया। स्वाती पिछले दो दिनों से अपनी सास, मां और बेटी को भी संभाल रही है। पिछले दो दिनों से पूरे परिवार के लोग डरे सहमे और परेशान हैं। स्वाती का कहना है कि उसकी बेटी डिप्रेशन में चली गई है। स्वाती का कहना है कि घर के जरूरी सामान लेने के लिए घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है।
दया की पत्नी स्वाति ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती और दो अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी