नई दिल्ली- भाजपा ने 12 सांसदों को संसदीय समितियों की बैठक में गैरहाजिर रहने का दंड दिया है। संसदीय समितियों की बैठक से गैरहाजिर रहने वाले सांसदों को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। पार्टी ने उन्हें अहम समितियों से बाहर कर दिया है।
संसद की तीन अहम समितियों से जिन 12 सांसदों को हटाया गया है। उसमें विनोद खन्ना, दर्शना जरदोह, संजय जायसवाल, कीर्ति आज़ाद, ओम बिड़ला और गणेश सिंह को एस्टिमेट समिति से हटाया गया है। एसएस अहलूवालिया, दुष्यंत सिंह और रमेश पोखरियाल निशंक को लोक लेखा समिति से हटाया गया है।
जबकि वरुण गांधी, नंद कुमार सिंह चौहान और पंकज चौधरी को कमेटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग से हटाया गया है। हालांकि इन तमाम सांसदों ने समिति की बैठक में शामिल न होने के लिए पार्टी कार्यक्रमों और चुनाव को बहाना बनाया है।
खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा छह सांसदों को एस्टीमेट कमेटी से हटाया गया है। इससे एस्टीमेट कमेटी से विनोद खन्ना, दर्शना विक्रम जडोह, संजय जायसवाल, कीर्ति आजाद, ओम बिड़ला और गणेश सिंह हटाए गए हैं। पीएसी से एसएस अहलूवालिया, दुष्यंत सिंह और रमेश पोखरियाल निशंक को हटाया गया है। कमेटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग से वरुण गांधी, नंद कुमार सिंह चौहान और पंकज चौधरी को हटाया गया है।
संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के मुताबिक बीजेपी सांसदों को बार-बार इस बारे में हिदायत दी जाती रही है। नायडू ने मंगलवार को हुई बीजेपी पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक में भी सांसदों को पार्लियामेंट्री कमेटियों में मन लगाकर काम करने की नसीहत दी थी।