लखनऊ : डॉ. आंबेडकर की 127वीं जयंती पर जहां समाज के सभी वर्गों के लोग उनके आदर्शों पर चलने और संविधान की रक्षा करने की कसमें खा रहे थे वहीं उत्तर प्रदेश के बलिया से भाजपा सांसद भरत सिंह ने दावा किया है कि ईसाई मिशनरियों के इशारे पर भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिये बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं। सिंह ने आम्बेडकर जयंती कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ईसाई मिशनरियों के इशारे पर प्रदेश में आम्बेडकर की मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरी के लोग तथा उनके इशारे पर उनकी ओर से वित्त पोषित लोग मूर्ति भंजन का काम कर रहे हैं।
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा का आगे बढ़ना ईसाई मिशनरियों को बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है। बलिया सांसद का बयान ऐसे समय आया है जब प्रदेश में हाल ही में बलिया, जौनपुर, सीतापुर सहित अनेक स्थानों पर आम्बेडकर की मूर्तियां तोड़ने की घटनाएं हुई हैं। सिंह ने कहा कि देश मे ईसाई मिशनरियों द्वारा आर्थिक सहयोग देकर व्यापक पैमाने पर हिंदुओ का धर्मांतरण कराया जा रहा है। मुस्लिम संस्थाओं के जरिये भी यह काम किया जा रहा है ।
योगी सरकार में शिलापट्ट को गेरुआ रंग में रंगने पर पूछे गए सवाल के जबाब में कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता है कि गेरुआ रंग से लोगों को चिढ़ क्यों है। सपा के राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर विद्यार्थी ने भाजपा सांसद भरत सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा के नेता आम्बेडकर प्रतिमा तोड़ने के पीछे पाकिस्तान का हाथ भी बता सकते हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि भगवान के चढ़ावे पर मलाई काटने वाली भाजपा आंबेडकर के नाम के जरिये देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। बता दें कि पिछले दिनों मेरठ समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डॉ. आंबेडकर की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था। मूर्ति तोड़ने का आरोप हिन्दूवादी संगठनों पर लगा था। इसके बाद इस पर राजनीति तेज हो गई थी।
:-एजेंसी