भाजपा सांसद ने देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को लेकर बेतुके बोल बोले हैं। उन्होंने कहा कि आर्मी में हैं तो रोज मरेंगे। कोई देश बताओ जहां जवान न मरते हों। उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद नेपाल सिंह से पुलवामा हमले को लेकर सवाल पूछा गया था। आतंकी हमले में सीआरपीएफ के कई जवान शहीद हो गए।
हालांकि, बाद में वह अपने बयान से पलटते हुए माफी मांगी है। भाजपा सांसद से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने सर्जिकल स्ट्राइक को ‘नाटकीय प्रदर्शन’ करार दिया था।
उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद नेपाल सिंह ने जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘आर्मी में ये तो रोज मरेंगे। कोई ऐसा देश है जहां झगड़े में सेना का आदमी न मरता हो? गांव में भी झगड़ा होता है तो एक न एक तो घायल होगा ही! कोई ऐसा उपकरण बताइए जिससे आदमी न मरे? ऐसी चीज बताइए की गोली काम न करे…उसे करवा दें।’
बयान सार्वजनिक होते ही नेपाल सिंह अपने बयान से पलटी मार गए उन्होंने बाद में इसके लिए माफी भी मांग ली। उन्होंने कहा, ‘मैंने सेना के अपमान की बात नहीं की। मुझे दुख है। माफी मांगता हूं पर मैंने ऐसा कुछ कहा नहीं था।’ नेपाल सिंह ने आगे कहा, ‘मैंने ये बोला था कि वैज्ञानिक लगे हुए हैं और कोई उपकरण ढूंढ़ रहे हैं कि गोली आए तो लगे ही नहीं। सिपाही का बचाव हो सके।’
मालूम हो कि बीजेपी सांसद से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने सोमवार (एक जनवरी) को सर्जिकल स्ट्राइक को ‘नाटकीय प्रदर्शन’ करार दिया था। उन्होंने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मौजूदा सरकार सेनाओं की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। संदीप ने लगातार हो रहे हमलों से बचने के लिए दूसरा तरीका निकालने की बात भी कही थी।
कांग्रेस नेता ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक का कोई असर नहीं हुआ है। उन्होंने इससे पहले जून 2017 में सेनाध्यक्ष की तुलना गली के गुंडों से कर डाली थी। हालांकि, कांग्रेस ने उनके इस बयान को अलग कर लिया था।