नई दिल्ली : अभी तक तो नोटबंदी को लेकर विपक्ष ही भाजपा पर निशाना साध रहा था, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी के अंदर से भी विरोधी स्वर उठ रहे हैं। भाजपा के सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने गुरुवार को हुए एक संसदीय समिति की बैठक में नोटबंदी को लेकर अपनी ही सरकार के विरोध में बोल दिया। गुप्ता बोले कि नोटबंदी ने असंगठित क्षेत्र को तबाह कर के रख दिया है। आत्महत्याओं और बेरोजगारी के लिए भी नोटबंदी ही जिम्मेदार है। यह बैठक कांग्रेस सांसद एम वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता में हो रही थी, जिसमें नोटबंदी के लेकर चर्चा की जा रही थी। गुप्ता का यह बयान केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा नोटबंदी की उपलब्धियां गिनाने के महज एक दिन बाद आया है।
श्यामाचरण गुप्ता इसलिए मोदी सरकार के इन फैसलों से परेशान हैं क्योंकि इनसे उनका बीड़ी का कारोबार भी खूब प्रभावित हुआ है। उनका करीब 250 करोड़ रुपयों का बीड़ी का कारोबार है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से उनके जैसे बिजनेस करने वालों को भारी नुकसान हुआ है। वह बोले कि पहले तो सरकार ने नोटबंदी करके कैश फ्लो को रोक दिया, जिससे बहुत से लोगों की नौकरी चली गई। उसके बाद बीड़ी पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने से इस सेक्टर में मांग में तेज गिरावट आई है।
जब गुप्ता से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने अपने बयान पर विस्तृत जानकारी देने से साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि बिना कमेटी के चेयरमैन की इजाजत के मैं कुछ नहीं बता सकता हूं। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ अन्य लोगों की तरह ही अपने सवालों को कमेटी के सदस्यों के सामने रखा है। दिलचस्प बात यह है कि गुप्ता की तरफ से नोटबंदी के विरोध में बोले जाने के बावजूद भाजपा के अन्य सांसद चुप रहे, किसी ने भी गुप्ता को टोकते हुए सरकार के पक्ष में नहीं बोला।