मालदा : पश्चिम बंगाल के मालदा में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली करके ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर ताबड़तोड़ हमले किए। इस दौरान अमित शाह ने रथयात्रा से लेकर रोहिंग्याओं, नागरिकता संशोधन बिल, दुर्गा पूजा विसर्जन जैसे तमाम मुद्दों पर ममता की टीएमसी को घेरा। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा विसर्जन और सरस्वती पूजा की परमीशन बंगाल में नहीं मिल रही है तो क्या पाकिस्तान जाकर करेंगे।
अमित शाह ने ममता की विपक्षी रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी का गठबंधन सेल्फी गठबंधन है। उन्होंने कहा, ‘ममता दी ने यूपीए के लोगों को बडे़ प्यार से बुलाया था। यूपीए ने अपने आखिरी साल में बंगाल को 5 साल में 1 लाख 32 हजार करोड़ रुपये दिए जबकि नरेंद्र मोदी ने दिए 3 लाख 95 हजार 406 करोड़ दिया। ढाई गुना पैसा ज्यादा हमने दिया है लेकिन ममता दी को पैसा कम पड़ जाता है। आधा आपके लोग खा जाते हैं, आधा घुसपैठिए जो घुसे हैं वो खा जाते हैं। बंगाल की जनता को कुछ नहीं मिल पाता।’
उन्होंंने आगे कहा, एक बार बीजेपी की सरकार को मौका दीजिए, एक भी घुसपैठिया बंगाल के अंदर घुस नहीं सकता। घुसपैठिया छोड़िए, विदेशी परिंदे को भी पैर नहीं मारने देंगे। ममता दी को घुसपैठिए बहुत प्यारे लगते हैं।’ अमित शाह ने पश्चिम बंगाल सरकार के नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करने पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘जो बांग्लादेशी हिंदू शरणार्थी हैं वो जवाब चाहते हैं कि आप (ममता) सिटीजनशिप बिल का सर्मथन करोगे या नहीं और मुझे उम्मीद है कि वो नहीं करेंगी।’ अमित शाह ने कहा कि सिटिजनशिप का मामला इस बार चुनाव का मुद्दा बनने वाला है।
उन्होंने आगे कहा, ‘पश्चिम बंगाल में डर का माहौल है। पश्चिम बंगाल के अंदर दुर्गा विसर्जन की परमीशन नहीं है तो पाकिस्तान जाकर विसर्जन करेंगे क्या? यहां सरस्वती पूजा की परमीशन नहीं है।’ इसके अलावा अमित शाह ने पश्चिम बंगाल को सुभाष चंद्र बोस की धरती बताया और कहा कि कांग्रेस ने उन्हें भुलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन बीजेपी ने उनकी देशभक्ति, उनके काम को अमर करने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा, ‘टीएमसी हत्याएं कराने वाली सरकार है। लोकतंत्र का गला घोंटने वाली और भ्रष्टाचार कराने वाली सरकार है।’ उन्होंने कहा कि टीएमसी शरणार्थियों को नागरिक न बनाने वाली और घुसपैठियों को शरण देने वाली सरकार है। अमित शाह ने टीएमसी को गोतस्करी कराने वाली सरकार भी बताया।
वहीं रथ यात्रा की परमीशन न मिलने पर अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हमारे कार्यकर्ता रथ यात्रा के तहत गांव-गांव जाने वाले थे। वे डर गए, उन्हें लगा कि रथा यात्रा निकली तो उनकी सरकार की अंतिम यात्रा निकलेगी, इसलिए परमीशन नहीं दी। कोई बात नहीं, हम ज्यादा मेहनत करेंगे, ज्यादा दौड़ेंगे, ज्यादा पसीना बहाएंगे लेकिन आपको यहां से जरूर निकाल फेंकेंगे।’
वहीं पंचायत चुनाव पर हिंसा पर उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव तो देशभर में होते हैं लेकिन पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में 65 से ज्यादा बीजेपी और अन्य दलों के नेता मारे गए, 1300 से ज्यादा घायल हुए। तृणमूल ने ऐसी गुंडागर्दी की कि हाई कोर्ट तक को हस्तक्षेप करना पड़ा।
अमित शाह ने ममता की विपक्षी रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी का गठबंधन सेल्फी गठबंधन है। उन्होंने कहा, ’23 लोग जो ब्रिगेड ग्राउंड में बैठे थे उनमें से 9 तो प्रधानमंत्री बनने वाले थे। लाइन लगी है लाइन। हमारे यहां एक ही नेतृत्व है, सारा एनडीए और एक नरेंद्र मोदी।’
अमित शाह ने कहा, ‘टैगोर, सुभाष चंद बोस, बंकिम चंद चटर्जी और बटुकेश्वर दत्त का पश्चिम बंगाल कम्युनिस्टों और ममता दीदी के शासन के बाद आज कहां पहुंचा है। आाजदी के वक्त देश के कुल उत्पादन में पश्चिम बंगाल की भागीदारी 27 फीसदी थी और आज यह आंकड़ा 3.3 फीसदी पर आ गया है। उन्होंने आगे कहा, ‘पहले बंगाल 100 में से 32 रोजगारी देता था, आज 100 में से 4 रोजगार बंगाल देता है। ममता सरकार बेरोजगारी की फौज खड़ी कर रही है।’
अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की जनता से कहा, ‘ आप कम्यूनिस्ट को हटाने के लिए टीएमसी को लेकर आए लेकिन इनका शासन देखकर लोग भी कहने लगे हैं कि इनसे तो कम्युनिस्ट तो अच्छे थे। हर पांचवा व्यक्ति यहां गरीबी रेखा के नीचे है, लोकतंत्र को समाप्त कर देने का काम ममता दीदी ने किया है।’