दलित नेता और गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवानी का कहना है कि उनकी जान को खतरा है और बीजेपी-आरएसएस उन्हें रास्ते से हटाना चाहते हैं।
मंगलवार को मेवानी ने कहा, ‘मेरे मन में भी वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया की तरह डर है। मुझे भी इस बात का डर है कि कुछ लोग मेरी हत्या कर सकते हैं। बीजेपी और आरएसएस के लोग मुझे मार सकते हैं। मुझे सूत्रों के हवाले से पता चला है कि वे लोग मुझे रास्ते से हटाना चाहते हैं।’ मेवानी ने यह बात इंडियन एक्सप्रेस से कही।
दरअसल, विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया था कि उन्हें कुछ लोग मारना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि वह हिंदुओं की ओर से प्रमुखता से आवाज उठा रहे हैं इसलिए कुछ वक्त से उनकी आवाज दबाने को कोशिश की जा रही है।
तोगड़िया ने बताया था, ‘मैंने देश के डेढ़ हजार डॉक्टरों को सेवा के लिए तैयार किया और अब सेंट्रल आईबी मुझे मारना चाहती है। केंद्र को मैंने इस मामले में पत्र भी लिखा। आईबी मुझे डरा रही है। मेरी आवाज दबाने के लिए कानून भंग के मामले दर्ज किए जा रहे हैं।’
आपको बता दें कि मेवानी के लिए कुछ दलित समूहों द्वारा वाई-कैटेगरी की सुरक्षा की मांग की जा रही है। इस कैटेगरी की सुरक्षा में आठ कमांडो सहित 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं।
दलित समूहों के लोगों द्वारा गुजरात के विभिन्न जिलों के कलेक्टरों के पास इस मामले में ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं। वाई-कैटेगरी की सुरक्षा के साथ-साथ दलित समूहों ने मेवानी और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर के खिलाफ चल रहे केस को भी वापस करने की मांग की है। इस वक्त चंद्रशेखर उत्तर प्रदेश की जेल में बंद हैं और उन्हें नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत आरोपी बनाया गया है। राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के सदस्यों के मुताबिक राज्य भर में करीब 30 ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं।