जम्मू – जम्मू कश्मीर की मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार में गठबंधन साझेदार भाजपा ने आज कट्टरपंथी अलगाववादी नेता मसरत आलम को रिहा करने के विवादास्पद फैसले की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी के मंत्री और विधायक मिलकर इस एकपक्षीय कदम पर पार्टी के रूख के बारे में विचार विमर्श करेंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी से फैसला लेने से पहले सलाह भी नहीं ली गयी। उन्होंने साल 2010 में कश्मीर में समस्या खड़ी करने के जिम्मेदार माने गये अलगाववादी नेता की रिहाई के फैसले की चारों ओर आलोचना के बीच संवाददाताओं से कहा, ‘इस कदम में भाजपा की सहमति नहीं है। इस तरह का फैसला लेने से पहले भाजपा से सलाह नहीं ली गयी।’ साल 2010 में कश्मीर में अशांति के दौरान 100 से अधिक लोग मारे गये थे।
शर्मा ने कहा, ‘हमें मसरत आलम को रिहा करने से पहले पूछा नहीं गया। अगर वे हमसे पूछते, तो हम अपनी तरफ से इसकी मंजूरी नहीं देते और आज भी इस फैसले के साथ हमारी सहमति नहीं है।’ उन्होंने फैसले की निंदा करते हुए कहा, ‘इस तरह के लोगों को रिहा नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि वे केवल भारत विरोधी जहर फैलाते हैं। अगर आप इस तरह के लोगों को बिना शर्त इस तरह छोड़ेंगे तो वे हमेशा ऐसे ही बयान देंगे।’
शर्मा ने कहा कि यह विषय न्यूनतम साझा कार्यक्रम का हिस्सा नहीं है जिसके आधार पर राज्य में गठबंधन सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री और विधायक इस मामले में विचार विमर्श करेंगे और अपनी स्थिति साफ करेंगे। उन्होंने कहा, ‘आज भाजपा की बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। हम पीडीपी को अपना रख स्पष्ट करेंगे। भाजपा किसी अन्य दल पर निर्भर नहीं है। भाजपा अपने खुद के दम पर सत्ता में है।’
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने जम्मू कश्मीर के विकास के लिए और राज्य की जनता की बेहतरी के लिए पीडीपी के साथ हाथ मिलाया था। शर्मा ने एक प्रश्न पर कहा, ‘भाजपा ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया है और इस पर प्रतिक्रिया दी है। हमारी प्रतिक्रिया उन तक पहुंचेगी।’ उन्होंने कहा कि अगर भाजपा राज्य में पीडीपी के साथ सरकार चलाने में सफल नहीं रहती तो इस फैसले के बारे में घोषणा करेगी।
जब शर्मा से पूछा गया कि क्या भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेगी तो उन्होंने कहा, ‘ऐसी स्थिति नहीं आई है। हम अपने सहयोगी दल के साथ बैठकर फैसला लेंगे ताकि भविष्य में इस तरह के कदम नहीं उठाये जाएं।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसे मुद्दों को सहन नहीं किया जाएगा, जिन पर हमारी सहमति नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस बारे में पीडीपी से जानकारी मांगेगी।
शर्मा के अनुसार, ‘आज हमारी बैठक के बाद हम उन्हें अपना रूख साफ करेंगे।’ उन्होंने कहा कि भाजपा और पीडीपी की संचालन समिति में भी इस विषय पर चर्चा होगी जो राज्य सरकार के समन्वय का काम करती है। शर्मा ने कहा, ‘हमें जम्मू कश्मीर की जनता की बेहतरी के लिए मिलकर काम करना होगा। सरकार बने अभी पांच-छह दिन ही हुए हैं। हम साथ में बैठेंगे और उनके साथ बात करेंगे।’
गठबंधन को लेकर चिंतित नहीं होने संबंधी महबूबा मुफ्ती के बयान पर शर्मा ने कहा, ‘भाजपा ने विकास के एजेंडे पर गठबंधन बनाया है। गठबंधन जम्मू कश्मीर की जनता की बेहतरी के एजेंडे पर बना है।’