अयोध्या से जाते जाते शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भाजपा को तगड़ी नसीहत दे गए। ठाकरे ने कहा कि अगर राम मंदिर का मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव के वक्त उसे इस्तेमाल न करें। साथ ही जनता से माफी मांगते हुए बताएं कि राम मंदिर निर्माण का वादा भी एक जुमला था।
उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलावाड़ न करे, बस यही बात कहने मैं यहां आया हूं।
सीएम योगी को भी निशाने पर लेते हुए उद्धव ने कहा कि मैंने सीएम योगी को कई बार यह कहते सुना था कि मंदिर था, है और रहेगा। ये तो हमारी धारणा है, हमारी भावना है। लेकिन दुख इस बात है कि वो दिख नहीं रहा।
उन्होंने यूपी सरकार से सवाल किया कि आखिर वह मंदिर दिखेगा कब?
उद्धव ठाकरे ने अयोध्या के संतों द्वारा की गई मेहमान नवाजी के लिए उनका शुक्रिया अदा किया। और कहा कि यहां आने के पीछे उनका कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं था।
मैं यहां सिर्फ उन भावनाओं को जाहिर करने आया था जो राम मंदिर को लेकर देश और दुनिया भर के हिंदुओं के अंदर है।
इसके बाद उद्धव ठाकरे अपने परिवार को लेकर प्राइवेट प्लेन से मुंबई रवाना हो गए। उनके साथ आए शिवसैनिकों का एक जत्था जहां शनिवार को रवाना हो गया था, वहीं ट्रेन से आए शिवसैनिक भी आज शाम तक रवाना हो जाएंगे।
गौरतलब है कि राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देती आ रही है। मुख्यमंत्री योगी से लेकर बीजेपी के सभी नेता इस मुद्दे पर कुछ भी स्पष्ट तौर पर बोलने से बचते नजर आ रहे हैं।
अयोध्या में संतों की नाराजगी के बाद सीएम ने सरयू के किनारे श्री राम की भव्य मूर्ति बनवाने का वादा किया था।
शनिवार देर शाम मध्यप्रदेश से लौटने के बाद सीएम योगी ने प्रस्तावित 221 मीटर ऊंची श्रीराम की मूर्ति के पांच मॉडल में से एक को स्वीकृति प्रदान करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू करने के आदेश दे दिए।