खंडवा- सांसद नंद कुमार सिंह चौहान का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमे नंदकुमार सिंह चौहान कांवड़ यात्रा में पहले तो बिना कांवड़ निकले बाद में उन्होंने कुछ देर के लिए कांवड़ कांधे पर उठाई। पर अपने जूते नहीं उतारे जैसे ही यह द्रश्य कैमरे में कैद हुआ उन्होंने कांवड़ दूसरे के हाथ में थमाते हुए कैमरा बंद करने का इशारा किया। इस विडियो वायरल होने के बाद राजनितिक हलकों में तरह तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली। धार्मिक कांवड़ यात्रा में कार्यकर्त्ता प्रदेश अध्यक्ष के साथ के साथ सेल्फी और फोटो खिंचाने के लिए ज्यादा उत्साहित नज़र आये।
इस श्रद्धा कांवड़ यात्रा में शहर के कई गणमान्य भी थे जो कांवड़ यात्रा में कम शायद प्रदेश अध्यक्ष के साथ ज्यादा दिखे। वहीँ कार्यकर्ताओं में भी प्रदेश अध्यक्ष के साथ फोटो और सेल्फी लेने का जूनून ज्यादा दिखा। प्रदेश अध्यक्ष के साथ विधायक, महापौर सहित कई वरिष्ठ भी मौजूद थे लेकिन शायद उनका भी ध्यान प्रदेश अध्यक्ष के जूतों पर नहीं गया।
कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान का कहना है कि वह शिव श्रद्धा कावड़ यात्रा प्रदेश की शुद्ध धार्मिक यात्रा है। यह यात्रा जगत के और भारत के कल्याण के लिए निकाली गई है ताकि प्रदेश और स्थानीय विकास के साथ ही भारत विश्व गुरु बने।
जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जूते पहनकर कावड़ निकालने की खबर विपक्ष को पता लगी तो राजनीती तो होना ही थी जो शुरू भी हो गई है। कांग्रेस ने इस मामले की निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करना धर्म का अपमान है । लोगो की आस्था से खिलवाड़ बताते हुए कांग्रेस नेता रिंकू सोनकर ने ऐसा करने वालों को धर्म से निष्कासित करने तक की बात भी कह दी ।
वायरल विडियो से उपजे सवाल।
प्रदेश अध्यक्ष जी आप शिव श्रद्धा कावड़ लेकर निकले है फिर आप कैसे भूल गए कि लोगों की श्रद्धा नंगे पैर कावड़ उठाने की है। क्या आप उन की श्रद्धा का सम्मान नहीं करते है ? यह आप कैसे भूल गए कि आप कावड़ में पवित्र जल लेकर निकले है। ये आप की कैसी आस्था और श्रद्धा है ?
कांग्रेस की बोखलाहट
भाजपा प्रवक्ता सुनील जैन ने कहा कि सांसद यात्रा के इस दौरान कपड़े के जूते पहनते हैं। कांग्रेस जो पूरी तरह हासिये पर है देश और प्रदेश के विकास से बोखलाए कांग्रेसी अभी तक अपनी करारी हार नहीं पचा पा रहे हैं नतीजा यह है कि अच्छे कार्यों में भी उन्हें राजनीती नज़र आती है। BJP state president Khandwa Kanwar Yatra