पटना- अपने बयानों से भाजपा की नींद उड़ाने वाले बिहारी बाबू के नाम से मशहूर सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने खुद को बिहार में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की खबरों के लिए मीडिया को दोष दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘मीडिया ने ऐसी खबरें फैलाई कि अगर मुझे सीएम उम्मीदवार घोषित किया जाता तो बिहार चुनाव का परिणाम कुछ और होता। मैंने ऐसा कभी नहीं कहा।
भाजपा सांसद ने लिखा कि मेरी मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनने की कोई इच्छा नहीं है। मैंने सिर्फ इतना कहा कि अगर मुझे प्रचार के लिए बुलाया जाता तो चुनाव का परिणाम कुछ और होता। उन्होंने आगे लिखा, ‘बिहारी बाबू को जानबूझकर चुनाव प्रचार के दौरान उनकी जनता से दूर रखा गया। मेरे मित्रों, मतदाताओं और समर्थकों को नीचा दिखाया गया।
शत्रुघ्न सिन्हा ने इशारों-इशारों में अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘मैं कोई राज्यसभा सांसद नहीं हूं। मैं जनता के भारी समर्थन से जीतकर आया हूं। मैंने रिकॉर्ड अंतर के साथ 2 लोकसभा चुनाव जीते हैं। मेरा अपना जनाधार है।
भाजपा सांसद ने कहा कि बिहार चुनाव में मेरे दोस्तों, प्रशंसकों, मतदाताओं और समर्थकों की उत्साही भागीदारी से निश्चित रूप से पार्टी की कुछ सीटों पर फर्क पड़ता। उन्होंने आगे लिखा, ‘बहरहाल, अब बिहार का फैसला हो चुका है और हम सभी इस शर्मनाक हार से दुखी हैं। अब हमें इस हार की जिम्मेदारी लेने से भागना नहीं चाहिए।
इससे पहले जब भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शत्रुघ्न सिन्हा की तुलना कुत्ते से कर उन्हें हार का जिम्मेदार बताया, तो शत्रुघ्न सिन्हा ने भी विजयवर्गीय को उन्हीं के अंदाज में करारा जवाब दिया था।
शत्रुघ्न ने ट्विटर पर लिखा था, ‘लोग विजयवर्गीय के बयान पर मेरी प्रतिक्रिया सुनना चाहते हैं। किसी भी पार्टी की छोटी या बड़ी मक्खियों के लिए मेरी एक ही प्रतिक्रिया है- हाथी चले बिहार, ……….भौंके हजार। गौरतलब है कि 8 नवंबर को आए बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा की शर्मनाक हार के बाद से पार्टी में जबरदस्त बवाल मचा है और हार की जिम्मेदारी तय करने को लेकर नेता एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं।