कोलकाता: कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए भाजपा ने अपनी चाल में परिवर्तन करते हुए बड़ा फैसला लेने का संकेत दिया है।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि पार्टी जम्मू एवं कश्मीर में शांति स्थापित करने को लेकर केंद्र सरकार तथा अन्य सभी पक्षों के बीच बातचीत की संभावना पर चर्चा करेगी।
जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा था कि अशांत राज्य में शांति स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इरादा ‘अनुकूल माहौल’ में सभी पक्षों के साथ बातचीत करने का है।
कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटेगी भाजपा
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उस नीति का हवाला दिया, जिसमें ‘आगे बढ़ने’ के लिए ‘वार्ता’ को एकमात्र रास्ता बताया गया है।
यहां यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा पत्थरबाजों से बातचीत करेगी? शाह ने कहा, “महबूबा मुफ्ती ने एक बयान दिया है। अब हमारी पार्टी (कश्मीर पर नीति का फैसला करने वाला दल) मुद्दे पर चर्चा करेगी और मुझे अपने विचारों से अवगत कराएगी। फिर फैसला किया जाएगा।”
महबूबा मुफ्ती ने राज्य में बद्तर होते सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिससे राज्य में राज्यपाल शासन की संभावना को लेकर अटकलों को बल मिला है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-भाजपा की गठबंधन सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम हुई है।
श्रीनगर में एक स्कूली छात्र द्वारा पाकिस्तान तथा इस्लामिक स्टेट (आईएस) के झंडे लहराने वाले वीडियो के सामने आने के बाद सुरक्षा में चूक को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा, “इस तरह की कोई बात नहीं है।”
उन्होंने कहा, “इस तरह की कोई बात (सुरक्षा चूक) नहीं है। कार्रवाई की जा रही है।”
एजेंसी