खंडवा। 9 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन चल समारोह के दौरान घंटाघर क्षेत्र में मनीष कनाड़े की हत्या के आरोपी भाजपा युवा मोर्चा उपाध्यक्ष बादल शर्मा को सोमवार पुलिस ने जुलूस निकालकर कोर्ट में पेश किया। वारदात के बाद से बादल फरार था, एक दिन पहले ही उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब तक पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार 9 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन चल समारोह में चाकूओं से गोद कर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में बादल शर्मा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। घटना के बाद से ही बादल फरार था और अपने दोस्तों के संपर्क में था। पुलिस ने सायबर सेल की मदद से बादल शर्मा की लोकेशन ट्रेस की। इसी बीच रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले भी चार आरोपियों का निकाला था जुलूस
मनीष हत्याकांड के चार आरोपियों को घटना वाली रात ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसमें मुख्य आरोपी पवन केशनिया, तरूण उर्फ अज्जू रायकवार, राहुल मेहरा, मोनू रायकवार का दूसरे दिन पुलिस ने जुलूस निकालकर न्यायालय में पेश किया था।
कोतवाली पहुंचते ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मनीष की मौत की जानकारी मिलते ही बादल बाइक से छनेरा पहुंचा और वहीं रातभर रुका। दूसरे दिन सुबह छनेरा से होशंगाबाद चला गया। एक दोस्त के घर रुका। पुलिस ने आरोपी की लोकेशन पता कर ली थी। पुलिस उसका लगातार पीछा कर रही थी। होशंगाबाद से वह हरदा भाग गया। बादल के दोस्त व पिता को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। आरोपी अपने खास दोस्तों से नए मोबाइल नंबरों से बात कर रहा था।
उसने कुछ भाजपा नेताओं को भी फोन लगाकर खुद को बेगुनाह बताया। जिससे आरोपी की मोबाइल लोकेशन पता चल गई। जब उसे यह पता चला कि उसके पिता व दोस्त को पुलिस ने उठा लिया है तो आरोपी ने अपने एक दोस्त को खंडवा फोन कर सूचना दी कि मैं पामाखेड़ी-नर्मदानगर तक आ गया हूं। खुद को सरेंडर कर रहा हूं। शाम पांच बजे कोतवाली पहुंचते ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।