दिल्ली स्थित आठ दशक पुराने सिनेमाघर रीगल शुक्रवार को अपना आखिरी शो दिखाने के बाद हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। इस फैसले पर अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा कि यह कपूर परिवार का सिनेमाघर है और हमने वर्षो से साथ मिलकर काम किया हऋषि की 1973 की फिल्म ‘बॉबी’ इसी सिनेमाघर में दिखाई गई थी।
वहीं उन्होंने ट्विटर पर कहा, दिल्ली, एडियस रीगल थियेटर बंद हो रहा है। यह ऐसा स्थान है जो सभी कपूर्स का थियेटर है और इसमें उनका काम देखा गया। ‘बॉबी’ का प्रीमियर भी यहीं हुआ। धन्यवाद।
ऋषि के पिता दिग्गज फिल्म निर्माता और अभिनेता राज कपूर की ‘मेरा नाम जोकर’ और ‘संगम’ रीगल सिनेमा हॉल में दिखाए जाने वाली अंतिम दो फिल्में होंगी, यह शुक्रवार को बंद हो रहा है। वर्ष 1932 में बना राजधानी का पहला प्राइम सिंगल स्क्रीन थिएटर ‘रीगल’ अब 85 साल बाद सिनेप्रेमियों से हमेशा के लिए विदाई ले लेगा।
Demolish.Adios Regal Theatre,Delhi.A place where all the Kapoor’s theatre and cinema work was seen.Had”Bobby”premiered there too! Thank you! pic.twitter.com/cpMhE5kLhS
— Rishi Kapoor (@chintskap) March 30, 2017
अतीत बन जाएगा 80 साल पुराना रीगल सिनेमा
दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में करीब आठ दशक पुराना सिनेमाघर रीगल हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। इसका अंतिम शो बॉलीवुड के शो मैन राज कपूर के नाम रहेगा।
कनॉट प्लेस में सन 1931 में बनकर तैयार हुए रीगल थिएटर में आखरी फिल्म दिवंगत अभिनेता राजकुमार की मेरा नाम जोकर शाम छह बजे और रात्रि नौ बजे संगम दिखाई जाएगी।
इसके बाद इस पर्दे को हमेशा के लिए गिरा दिया जाएगा। थिएटर के मालिकों में से एक विशाल चौधरी ने बताया कि प्रशंसकों के अनुरोध के बाद ही उन्होंने राजकपूर की फिल्में दिखाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि रीगल का पृथ्वीराज कपूर और उनके बेटे राजकपूर दोनों से गहरा संबध रहा है। पृथ्वीराज कपूर ने रीगल में अपने सभी नाटकों का मंचन किया और राजकूपर ने यहां अपनी सभी फिल्मों का प्रीमियर किया।
रीगल के बंद होने पर ऋषि कपूर ने भी सोशल मीडिया पर यादें ताजा करते हुए एक पोस्ट किया है। दिलचस्प बात यह है की कनॉट प्लेस के उस पूरे ब्लॉक को अब रीगल बिल्डिंग के नाम से जाना जाता है। बता दें की कनॉट प्लेस में रीगल सिनेमा पहला सिनेमा घर था, जिसको 1932 में सर सोभा सिंह ने खोला।
शुरूआती दिनों में इसको न्यू दिल्ली प्रीमियर थिएटर कहा जाता था। फ़िलहाल रीगल सिनेमा को तोड़ कर नये मल्टीप्लेक्स के निर्माण की कवायद चल रही है। हालांकि, अभी तक मल्टीप्लेक्स के लिए सिनेमा मालिकों को मंजूरी नहीं मिली। इससे पहले दिल्ली-6 के गोलचा सिनेमा पर भी ताला लग चुका है।