नई दिल्ली- बम्बई हाई कोर्ट ने आईपीएल के नौवें सीजन में सूखे की मार झेल रहे महाराष्ट्र में होने वाले 30 अप्रैल के बाद के मुकाबलों को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुये बीसीसीआई से कहा है कि 30 अप्रैल के बाद होने वाले सभी मुकाबले राज्य से बाहर शिफ्ट किए जाए !
बीसीसीआई ने आज बंबई हाई कोर्ट से कहा कि आईपीएल के मैच शिफ्ट करना संभव नहीं होगा और यह भी बताया कि मुंबई और पुणे टीमें मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष में पांच पांच करोड़ रूपये देने को तैयार हैं !
बीसीसीआई ने एनजीओ लोकसत्ता मूवमेंट द्वारा दाखिल जनहित याचिका पर जस्टिस वी एम कनाडे और एम एस कर्णिक की पीठ के सामने अपना पक्ष रखा ! एनजीओ ने सूखे से जूझ रहे राज्य में स्टेडियमों में भारी मात्रा में पानी के इस्तेमाल को चुनौती देते हुए यह याचिका दायर की थी !
आपको बता दें 30 अप्रैल के बाद महाराष्ट्र में 13 मुकाबले खेले जाने थे ! इन मुकाबलों में आईपीएल का फाइनल भी है जो 29 मई को मुंबई के वानखेड़े में खेला जाना था ! इन मैचों के न होने से बीसीसीआई को 162 करोड़ के आसपास का नुकसान हो सकता है !
बीसीसीआई के वकील रफीक दादा ने अदालत को बताया कि क्रिकेट बोर्ड महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों में 60 लाख लीटर पानी निशुल्क देने को तैयार है !
उन्होंने कहा कि पानी रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब, मुंबई क्रिकेट संघ और महाराष्ट्र क्रिकेट संघ के सहयोग से दिया जायेगा ! उन्होंने कहा पुणे से मैच शिफ्ट करना संभव नहीं है क्योंकि इससे पुणे टीम की ब्रांड कीमत और आर्थिक संतुलन पर असर पड़ेगा ! उन्होंने कहा कि मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष में पांच पांच करोड़ रूपये देने को तैयार है !
इस बीच याचिकाकर्ता के वकील डी एच मेहता ने कहा कि एकमात्र हल मैच महाराष्ट्र से शिफ्ट करना है ! उन्होंने कहा कि मुआवजा देना और पानी की आपूर्ति करना हल नहीं है! उन्होंने कहा कि अतीत में भी आईपीएल के मैच भारत से दक्षिण अफ्रीका में स्थानांतरित हुए हैं ! उन्होंने कहा क्या अधिक अहम है , आर्थिक नुकसान या मानवीय क्षति ?