मुंबई- दाऊद कनेक्शन के कारण विवादों में घिरे महाराष्ट्र सरकार के राजस्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से अब एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। पुणे के बिल्डर हेमंत गावांडे ने आरोप लगाया है कि 40 करोड़ की कीमत की जमीन को सिर्फ 3 करोड़ रुपए में खरीदी गई। बिल्डर का आरोप है कि यह जमीन खड़से की पत्नी मंदाकिनी और दामाद गिरीश चौधरी के नाम पर ली गई।
आरोप के मुताबिक, जिस जमीन को खड़से ने खरीदा है, उसका मालिकाना हक, अब्बास उकानी नाम के शख्स के पास है। बिल्डर का दावा है कि विवादित जमीन 25 साल पहले महाराष्ट्र डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन (MIDC) को दे दी गई थी। बाद में उकानी ने जमीन को फिर से हासिल करना चाहता था। इसके लिए वह हाईकोर्ट भी गया, लेकिन आदलत से उसे राहत नहीं मिली। इसके बाद उकानी ने खड़से को 3 करोड़ रुपए में विवादित जमीन बेच दी।
आरोप के मुताबिक, उकानी ने 28 अप्रैल 2016 को जमीन खड़से की पत्नी और दामाद के नाम कर दी। MIDC के रीजनल अफसर अजित देशमुख ने कहा कि इस बारे में उनके पास अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है। MIDC इंडस्ट्रियल प्लॉट सिर्फ लीज पर देती है, उन्हें किसी प्राइवेट पार्टी को बेचती नहीं है।
एकनाथ खड़से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ कथित संबंधों को लेकर भी विवादों में हैं। पाकिस्तान में दाऊद की पत्नी के नाम पर आए लैंडलाइन बिल (पीटीसीएल) के हवाले से मीडिया में दावा किया जा रहा है कि दाऊद के घर से एकनाथ खड़से को सात बार फोन किया गया। वडोदरा के एथिकल हैकर के हाथ दाऊद की पत्नी महजबीं शेख का टेलीफोन बिल लगा है, जिसके आधार पर मीडिया में अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
मामला खुलने के बाद मुंबई पुलिस ने खड़से को क्लीन चिट दे दी थी। वहीं खड़से ने भी आरोपों को खारिज कर दिया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने भी खड़से का बचाव किया, लेकिन इस मामले में हुए नए खुलासे से मामले में नया मोड़ आ गया।