अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाली भारतीय सेना में एक ब्रिगेडियर ने ऐसा काम किया जो सेना में अपराध माना जाता है। इस ब्रिगेडियर को कर्नल की पत्नी के साथ अनैतिक संबंध बनाने के आरोपों के बाद 10 साल की वरिष्ठता खोनी पड़ी। आरोपी ब्रिगेडियर ने अपना जुर्म कबूल लिया जिसके बाद ही उन्हें इतनी हल्की सजा दी गई है।
पश्चिम बंगाल के बिनागुड़ी में जीसीएम ने कोर्ट मार्शल किए जाने योग्य इस अपराध के लिए सुनवाई की। सुनवाई के दौरान ब्रिगेडियर रैंक के छह अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। सेना की जनरल कोर्ट मार्शल ने सजा सुनाते हुए आरोपी ब्रिगेडियर की वरिष्ठता को चार साल कम कर दिए जाने की सजा सुनाई गई। दरअसल ब्रिगेडियर जब सिक्किम में ब्रिगेड की कमान संभाल रहे थे तब कर्नल की बीवी के साथ उनके ये संबंध बने थे।
ऐसे सामने आया मामला
दरअसल सेना के भीतर साथी अधिकारी की पत्नी के साथ संबंध रखना गुनाह माना जाता है और तरह के मामले में पांच साल की कड़ी सजा तक का प्रवाधान है लेकिन आरोपी ब्रिगेडियर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया था लिहाजा उसे इतनी कड़ी सजा नहीं दी गई है।
सेना से ब्रिगेडियर की शिकायत उसकी पत्नी ने की थी। खबरों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर के एक नामी स्कूल की प्राध्यापिका उसकी पत्नी ने ब्रिगेडियर पर गंभीर आरोप लगाए थे। ब्रिगेडियर की पत्नी ने इस कार्रवाई के दौरान दोनों के बीच व्हाट्सएप के जरिए हुए संदेशों के अदान-प्रदान को सबूत के तौर पर पेश किया था।