नई दिल्ली : 2019 का सियासी संग्राम जारी है और पांच चरण के चुनाव के बाद बाकी बचे दो चरणों के मतदान को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। यूपी में भी अभी दो चरणों के तहत 27 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, जिनके लिए भाजपा, कांग्रेस और सपा-बसपा-आरएलडी महागठबंधन लगातार सियासी दांव-पेंच आजमा रहे हैं। लोकसभा चुनाव की शुरुआत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर नजर आ रहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर पीएम पर तीखा हमला बोला है। मायावती ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो जन्म से पिछड़े नहीं हैं। मायावती के इस बयान के बाद यूपी का सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘पीएम श्री मोदी ने अब और कुछ नहीं तो गठबंधन पर जातिवादी होने का जो आरोप लगाया है, वह हास्यास्पद व अपरिपक्व है। जातिवाद के अभिशाप से पीड़ित लोग जातिवादी कैसे हो सकते हैं? श्री मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं इसीलिए उन्होंने जातिवाद का दंश नहीं झेला है और ऐसी मिथ्या बातें करते हैं। इसके विपरीत, श्री मोदी अपने को जबर्दस्ती पिछड़ा बनाकर जातिवाद का खुलकर राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते हैं। वे अगर जन्म से पिछड़े होते तो क्या आरएसएस उन्हें कभी भी पीएम बनने देती? वैसे भी श्री कल्याण सिंह जैसों का आरएसएस ने क्या बुरा हाल किया है यह देश क्या नही देख रहा है।’
आपको बता दें कि मायावती इससे पहले भी पीएम मोदी को ओबीसी के मुद्दे पर घेर चुकी हैं। पिछले दिनों यूपी के मैनपुरी में आयोजित महागठबंधन की रैली में मायावती ने कहा था, ‘पीएम मोदी ने सत्ता का दुरुपयोग करके अपनी अगड़ी जाती को पिछड़ा कर लिया था और अभी भी वे इनका (पिछड़ों का) हक मारने का काम कर रहे हैं। एक नकली या फर्जी व्यक्ति ईमानदारी से जनता का भला नहीं करता है। पिछड़ों के असली व वास्तविक नेता मुलायम सिंह यादव हैं। मुलायम सिंह ने सपा के बैनर तले सभी वर्गों के लोगों को पार्टी से जोड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी की तरह ये नकली या फर्जी पिछड़े वर्ग के नहीं हैं। मुलायम सिंह जन्म से असली पिछड़े वर्गे के हैं।’
गौरतलब है कि यूपी में मायावती की बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और आरएलडी महगठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही हैं। पीएम पद को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव खुले तौर पर मायावती के नाम का समर्थन भी कर चुके हैं। हाल ही में ‘मुंबई मिरर’ को दिए एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कहा कि वो देश के सर्वोच्च पद यानी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बसपा सुप्रीमो मायावती को देखना चाहते हैं और उन्हें इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम करने में खुशी होगी। अखिलेश यादव ने कहा कि हम दोनों की महत्वाकांक्षाएं कभी नहीं टकराती हैं। मैं उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखने की पूरी कोशिश कर रहा हूं और वो मुझे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में देखने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। अखिलेश यादव इससे पहले भी इशारों-इशारों में मायावती का समर्थन करने की बात कहते रहे हैं।