लखनऊ- विधानसभा चुनाव आते ही यूपी में जोड़ तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। खबर है कि बसपा-सपा और कांग्रेस के कई एमएलए गुरुवार को लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बीएसपी के 2, सपा के 3 और कांग्रेस पार्टी के 3 विधायक शामिल हुए हैं।
यह हुए शामिल
बसपा से राजेश त्रिपाठी, बाला अवस्थी
कांग्रेस से विजय दुबे, संजय जायसवाल, माधुरी वर्मा, दिलीप वर्मा पूर्व विधायक
समाजवादी पार्टी से शेर बहादुर यादव
चंद्र प्रकाश वर्मा नगर पालिका अध्यक्ष अंबेडकरनगर सहित कई ब्लाक प्रमुख, प्रधान, जिला पंचायत सदस्य भी भाजपा में शामिल हुए।
बताया जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होने वाले ज्यादातर विधायकों पर पहले ही से बागी का ठप्पा लगा हुआ है। इमें से कई ऐसे भी हैं जिन्हें उनकी पार्टियां पहले ही दरकिनार कर चुकी है।
पार्टी में नए सदस्यों का स्वागत करने से पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य ने सपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, प्रदेश सरकार ने जनता से जो वादा किया उस वादे पर खरी नहीं उतरी बल्कि पूरे प्रदेश के साथ समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव ने विश्वासघात किया।
उन्होंने कहा, अगर इतना ही होता तो जनता को गुस्सा न आता लेकिन जिस तरह से सपा यूपी में सरकार चला रही है और सरकार बनने के बाद से जिस प्रकार से प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई उससे जनता में काफी रोष है। केशव मौर्य ने प्रदेश सरकार पर केंद्र की योजनाओं को रोकने का आरोप भी लगाया।
केशव मौर्य ने कहा, प्रदेश सरकार की शपथ के दिन से जो उपद्रव शुरू हुआ वो आज तक थमा नहीं है। उन्होंने दयाशंकर मामले को भी उठाया। केशव मौर्य ने कहा, बहन मायावती ने भतीजे अखिलेश से कहा कि अगर बुआ के प्रति सम्मान है तो भाजपा के नेता दयाशंकर को गिरफ्तार करें।
अखिलेश जी ने तुरंत कार्रवाई कर दी। वहीं अखिलेश ने अपने भाषण कहा कि भाजपा के पूर्व नेता का अपराध बड़ा लेकिन बसपा का अपराध बड़ा लेकिन बड़े अपराधियों की गिरफ्तारी आज तक मायावती के साथ हुई उनकी डील के चलते नहीं हुई।
केशव मौर्य ने कहा, आज तक नसीमुद्दीन सहित दो अभियुक्त आज तक गिरफ्तार नहीं हुए। बहन जी के लिए कोई गलत बात बोले तो वो गलत बात है और यूपी की किसी बात के लिए गलत बात बोले तो ये गलत बात नहीं है?