राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि सत्र को टाला भी जा सकता है। अब मंत्री पीसी शर्मा ने जानकारी दी है कि राज्य कैबिनेट की बैठक में इस बारे में चर्चा की गई कि जयपुर से जो विधायक भोपाल रविवार को पहुंचे हैं, उनका कोरोना वायरस के लिए टेस्ट किया जाएगा। इसके साथ ही, हरियाणा और बेंगलुरु से जिन विधायकों को आना है उनका टेस्ट भी किया जाएगा।
भोपाल: मध्य प्रदेश में इन दिनों सियासी तूफान तो चल ही रहा है, कोरोना का डर भी फैला है। इसका असर राजनीति पर देखा जा रहा है। दरअसल, सोमवार को राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। हालांकि, कोरोना के डर के चलते अभी तक इस बात का फैसला नहीं हो सका है कि सदन का सत्र होगा भी या नहीं। राज्य के कैबिनेट ने इस बात पर चर्च की है कि अलग-अलग शहरों से आने वाले विधायकों को कोरोना के लिए टेस्ट किया जाएगा।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि सत्र को टाला भी जा सकता है। अब मंत्री पीसी शर्मा ने जानकारी दी है कि राज्य कैबिनेट की बैठक में इस बारे में चर्चा की गई कि जयपुर से जो विधायक भोपाल रविवार को पहुंचे हैं, उनका कोरोना वायरस के लिए टेस्ट किया जाएगा। इसके साथ ही, हरियाणा और बेंगलुरु से जिन विधायकों को आना है उनका टेस्ट भी किया जाएगा।
Madhya Pradesh Minister PC Sharma: It was discussed in the state cabinet meeting that our MLAs who have come from Jaipur should be medically tested. Those in Haryana and Bengaluru should also be medically tested. #Coronavirus pic.twitter.com/2jkWFbVoQ0
— ANI (@ANI) March 15, 2020
निर्दलीय विधायक और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कैबिनेट मीटिंग के बाद दावा किया कि सरकार के पास जरूरी संख्या है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को विश्वास है। उन्होंने यह भी कहा कि कल की परीक्षा (फ्लोर टेस्ट) हो यह जरूरी नहीं है क्योंकि अभी तो कोरोना चल रहा है। इससे पहले भनोट ने कहा था कि यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। विधायकों की सुरक्षा सबसे अहम है।
Pradeep Jaiswal, #MadhyaPradesh Minister and independent MLA, after state cabinet meeting: We have the numbers. CM is confident. Wait and watch. Kal pariksha (floor test) hogi koi zaroori nahi hai, abhi toh corona chal raha hai. pic.twitter.com/JuxQf5F2tw
— ANI (@ANI) March 15, 2020
भनोट ने जानकारी दी थी कि हेल्थ एक्सपर्ट्स से इस बारे में सलाह ली जा रही है। सरकार में मंत्री गोविंद सिंह ने भी कहा, ‘जो लोग COVID19 से प्रभावित इलाकों से आ रहे हैं, उनका टेस्ट होना चाहिए।’ आपको बता दें कि कांग्रेस के 22 बागी विधायक बेंगलुरु में हैं, जहां कोराना के 19 केस सामने आ चुके हैं जबकि एक मौत हो गई है।
विधानसभा में दाखिल होने से पहले हर किसी की स्क्रीनिंग की जाएगी। भनोट ने कहा कि अभी तक राज्य में ऐसा कोई केस नहीं आया है और कोशिश है कि ऐसा न हो। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सेफ्टी सबसे अहम है।