भोपाल: प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में समर्थन मूल्य पर किसानों के गेहूं की खरीदी 22 मार्च से शुरू होगी। इससे पहले मंडियों में गेहूं की बंपर आवक बनी हुई है। भोपाल स्थित करोंद मंडी में प्रतिदिन चार हजार क्विंटल गेहूं बिकने आ रहा है। किसानों को इसके दाम भी बेहतर मिल रहे हैं। व्यापारियों को उम्मीद है कि समर्थन मूल्य पर खरीदी के दौरान भी मंडी में गेहूं की आवक इसी तरह बनी रहेगी।
15 दिनों से आवक तेज
मंडी में नए गेहूं की आवक करीब 15 दिन से बनी हुई है। भोपाल समेत आसपास के जिलों से भी किसान गेहूं बेचने करोंद मंडी में आ रहे हैं।
अब तक 21 हजार क्विंटल आवक
करोंद मंडी में गेहूं की अब तक 21 हजार 301 क्विंटल आवक हो चुकी है। इसके अलावा किसान सीधे भी व्यापारियों को गेहूं बेच रहे हैं। फुटकर मंडी में भी किसानों का गेहूं बिकने आ रहा है। चूंकि, पिछले साल गेहूं का बंपर उत्पादन हुआ था और समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड खरीदी की गई थी, इसलिए अबकी बार भी बेहतर उत्पादन और खरीदी की उम्मीद है।
नए चने की आवक भी
गेहूं के साथ-साथ मंडी में नए चने की आवक भी बनी हुई है। प्रतिदिन 500 क्विंटल तक नया चना बिकने आ रहा है। बीते 10 दिन में करीब छह हजार क्विंटल चने की आवक हो चुकी है। करोंद अनाज मंडी व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष हरीश ज्ञानचंदानी ने बताया कि होली तक नए गेहूं और चने की बंपर आवक होगी। वर्तमान में किसानों को उनकी उपज का दाम भी बेहतर मिल रहा है। इसी तरह की आवक और भाव आगे भी बने रहेंगे। पिछले साल गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ था। उम्मीद है कि इस बार भी गेहूं का बंपर उत्पादन होगा और मंडियों में पूरे साल तक आवक बनी रहेगी। बता दें कि पिछले साल सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि और अफलन की वजह से बर्बाद हो गई थी। इससे सोयाबीन की आवक कमजोर रही थी, लेकिन गेहूं की आवक लगातार बनी रही थी।