बुरहानपुर – मौसम की मार और ओलावृष्टि से मक्का एवं केला फलोद्यान को हुए भारी नुकसान की जानकारी लेने क्षेत्र की जागरूक विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस (दीदी) ने ग्राम लोनी एवं बिरोदा का दौरा कर क़्रषको के खेत-खलिहान में पहुंचकर खराब होकर जमीदोज हुए पौधों को देखकर सिहर उठी। श्रीमती चिटनीस ने किसानो को ढांढस बंधाते हुए धैर्य रखकर अपनी मेहनत और हिम्मत से उठ खडे़ होने की बात कही।
श्रीमती अर्चना चिटनीस ने तहसीलदार जीएस गहरवार से कहा कि बुरहानपुर में किसान के खेतों में केला फलोद्यान को खड़ा हुआ देखकर इसका मुआवजा आंकलन करना कठिन है। केला फसल पर पौधा एवं फल दोनों में से किसी को भी ओलावृष्टि के कारण ऐसी चोंट पहुंचती है कि केला उत्पादक किसान के लिए यह खेत बेकार और आर्थिक रूप से पूर्ण रूपेण बर्बाद ही हो जाता है। अतः किसानों को पूर्ण मुआवजा दिलाने हेतु श्रीमती चिटनीस ने मुख्यमंत्री मा.शिवराजसिंह जी चौहान से भी भेंट कर प्रति पौधा मुआवजा तय करने की मांग को शीघ्र पूर्ण कराने में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान (सांसद) के सहयोग की भी बात रखी।
श्रीमती अर्चना चिटनीस ने कहा कि बुरहानपुर के किसानों ने प्रदेश में शासकीय सिंचाई और सुविधाआंे के बगैर उन्नत खेती के उदाहरण देकर देश-प्रदेश के लिए मार्गदर्शक होने का भी काम किया। श्रीमती चिटनीस ने ग्राम लोनी में कृषक नारायण देवराम एवं बिरोदा में वसंत मोतिराम चौधरी के खेतों में हुए नुकसान पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे क्षेत्र में उन्नत कृषि के साथ-साथ पशुपालन एवं दुग्ध व्यवसाय को भी उत्पादन का समानांतर पर्याय बनाना होगा। जिससे ऐसी आपदाओं में आर्थिक हानि का दबाव सहन करने की शक्ति को बनाए रख सके। श्रीमती चिटनीस ने पशुपालन अंतर्गत बकरी, गाय, भैंस, मुर्गी, मछली पालन आदि के लिए भी कृषकों से शासकीय योजनाओं में लाभांवित होने के लिए आग्रह किया।
श्रीमती चिटनीस के साथ राजस्व अधिकारी, तहसीलदार जीएस गहरवार, राजाराम पाटीदार, किशोर पाटिल, योगेश महाजन, नगीन संयास, नरहरी दीक्षित, बलराज नावानी, मुकेश शाह, रामदास चौधरी, दिनकर महाजन, भागवत महाजन, मनोज महाजन, अशोक पाटील, निवृत्ति कोली, विजय महाजन, प्रकाश लस्करे, रूद्रेश्वर एंडोले, संभाजी सगरे, गजानन, प्रवीण महाजन, मुकेश महाजन एवं भाजपा मंडलाध्यक्ष उमाकांत चौधरी सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – रहत बेग
Burhanpur Archana Chitnis met with disaster affected farmers