बुरहानपुर : महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के विरोध में गुरुवार को बुरहानपुर बंद का आह्वाहन किया गया था । यहां दलित संगठनों और कांग्रेस ने रैली निकाली, इसके बाद एसडीएम को ज्ञापन सौपा।
इस दौरान बस स्टैंड पर कुछ अज्ञात लोगों ने 11 बसों के कांच फोड़ दिए। सुरक्षा की दृष्टि से शहर में पुलिस जगह-जगह गश्त कर रही है। बंद की वजह से पूरे बाजार में सन्नाटा पसर गया है। बुरहानपुर से महाराष्ट्र जाने वाली बसें भी प्रभावित रहीं। इस दौरान यात्रियों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा।
महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव मामले को गुरुवार को हुए बुरहानपुर बंद में हुड़दंगियों ने बस स्टैंड में जमकर उत्पात मचाया। बस स्टैंड से पर 11 बसों के कांच फोड़ दिए। जबकि एक ड्राइवर के साथ मारपीट की। घटना के बाद एएसपी राकेश कुमार सगर और पुलिस बल मौके पर पहुंच गए।
महाराष्ट्र पुणे के कोरगांव में हुई जातीय हिंसा के विरोध में गुरुवार को बाबा साहेब के अनुयायियों ने बुरहानपुर बंद कराया। जिसमें बंद पूरी तरह सफल रहा। दी बुद्धिष्ट सोसायटी के बैनर तले लोग बाबा साहेब की प्रतिमा के पास एकत्रित हुए। यहां पर संबोधन और ज्ञापन सौंपा गया। करीब साढ़े 11 बजे कुछ युवा बस स्टैंड क्षेत्र में पहुंच गए। उन्होंने यहां पर पहुंचकर बसों के कांच फोड़ दिए।
पूरी तरह बंद रहा शहर
आंबेडकर अनुयायियों पर पुणे में हुई हिंसा के बाद बुरहानपुर में विरोध प्रकट किया गया। जिसका समर्थन पूरे शहर ने किया। गुरुवार सुबह से शहर का कोई भी क्षेत्र नहीं खुला। बाजार पूरी तरह बंद रहे।
बस स्टैंड पर जमा रहा पुलिस-प्रशासन
घटना के बाद बस स्टैंड पर एएसपी राकेश कुमार सगर और एडीएम रामानुज टोप्पो के साथ ही भारी मात्रा में पुलिस बल जमा रहा। यहां पर हुड़दंगियों को पुलिस ने भगाया।
गौरतलब है कि कोरेगांव की घटना के विरोध में बुधवार को नेपानगर बंद रहा और रैली भी निकाली थी। पुलिस ने महाराष्ट्र से सटी सीमा पर विशेष सतर्कता बरत रही है।