दिल्ली: दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को भी सोने और चांदी की कीमत (Rate of gold and silver) में एक बार फिर तेजी का रुख रहा। इससे पहले शुक्रवार, सोमवार और मंगलवार को भी इनमें तेजी आई थी। बुधवार को सोना 347 रुपये और चांदी 606 रुपये मंहगी हो गई।
जानते हैं क्या हो गया है अब इन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमती धातुओं के भाव चढ़ने से स्थानीय सर्राफा बाजार में भी बुधवार को सोना 347 रुपये बढ़कर 48,758 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिकयुरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले दिन सोने का बंद भाव 48,411 रुपये प्रति दस ग्राम रहा था। चांदी में भी तेजी का रुख रहा और बुधवार को भाव 606 रुपये बढ़कर 65,814 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया। इससे पिछले दिन यह 65,208 रुपये प्रति किलो पर थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी दोनों में ही तेजी रही। सोना जहां बढ़कर 1,854 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया वहीं चांदी भी 25.28 डॉलर प्रति औंस हो गई।
वायदा कीमतों में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को सोना 230 रुपये की तेजी के साथ 49,213 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 230 रुपये यानी 0.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 49,213 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 6,639 लॉट के लिये कारोबार किया गया। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा की गई ताजा सौदों की लिवाली से सोना वाायदा कीमतों में तेजी आई। अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.70 प्रतिशत की तेजी दर्शाता 1,853 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
चांदी की चमक भी बढ़ी
मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा बाजार में बुधवार को चांदी वायदा कीमत 453 रुपये की तेजी के साथ 66,489 रुपये प्रति किलो हो गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के मार्च महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 453 रुपये यानी 0.69 प्रतिशत की तेजी के साथ 66,489 रुपये प्रति किलो हो गयी जिसमें 12,321 लॉट के लिये कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी कीमतों में तेजी आने का कारण घरेलू बाजार में तेजी के रुख की वजह से कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी 0.91 प्रतिशत की तेजी के साथ 25.55 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
2020 में 28 फीसदी महंगा हुआ सोना
पिछला साल सोने के लिए बहुत ही शानदार (Gold Price in 2020) साबित हुआ है। बीते साल सोने की कीमत करीब 28 फीसदी तक बढ़ी। अगस्त के महीने में तो सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड ही बना दिया था और अपना ऑल टाइम हाई का स्तर छू लिया था। ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही सोने की कीमत बढ़ी। वैश्विक बाजार में भी सोना करीब 23 फीसदी महंगा हुआ। इससे पहले 2019 में भी सोने के दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में थी।
इंटरनैशनल स्तर पर क्या है स्थिति
भारत में सोने की कीमत ग्लोबल ट्रेंडस से प्रभावित होती हैं। वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण ग्लोबल इकनॉमिक रिकवरी के लिए मुश्किल हो गई है। इसके अलावा दुनियाभर में कम ब्याज दरों और यूएस डॉलर में कमजोरी सोने के लिए सकारात्मक हो सकती है। अभी गोल्ड स्पॉट 1900 डॉलर प्रति औंस के आसपास है। इस साल यह 1980 डॉलर और फिर 2050 डॉलर तक जा सकती है।
शेयर और रियल एस्टेट के मुकाबले सोना
रियल एस्टेट की तुलना में सोने ने काफी अधिक रिटर्न दिया है। रियल एस्टेट की कीमतों में पिछले कुछ समय से ठहराव आ गया है। होम प्राइस इंडेक्स 2020-21 की दूसरी तिमाही में 1.1 फीसदी बढ़ा जबकि उससे पिछली तिमाही में यह 2.8 फीसदी और पिछले साल की समान तिमाही में 3.3 फीसदी बढ़ा था। 2020 में गोल्ड ने सभी एसेट क्लास में सबसे अच्छा रिटर्न दिया। इसने शेयर और रियल एस्टेट से अच्छा रिटर्न दिया। पिछले साल बीएसई सेंसेक्स ने 15.75 फीसदी रिटर्न दिया।
क्या 2021 में भी बढ़ेगा सोना
दुनियाभर में प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती करके इस लगभग जीरो कर दिया है और कम से कम अगले एक साल तक ये इसी स्तर पर रहेगा। साथ ही मार्केट में लिक्विडिटी मुहैया कराने के लिए भी सेंट्रल बैंक्स आक्रामक रुख दिखा रहे हैं। इन सबका इकॉनमी पर असर होगा और इससे सोने की कीमतों में तेजी आएगी। दुनियाभर में लिक्विडिटी पुश से सोने की कीमतें बढ़ेंगी।