दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना जेवराती 25 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तथा चाँदी 350 रुपये फिसलकर 34 हजार रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे उतर गयी। वैश्विक स्तर पर पीली धातु के साढ़े पाँच साल के निचले स्तर तक लुढ़कने के कारण शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में भी सोना जेवराती 300 रुपये उतरकर चार साल बाद 25 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तथा चाँदी 350 रुपये फिसलकर लगभग पाँच साल में पहली बार 34 हजार रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे उतर गयी।
शंघाई तथा न्यूयॉर्क के बाजार में भारतीय समयानुसार, सुबह-सुबह हुई भारी बिकवाली से सोना हाजिर शुक्रवार को 1.2 प्रतिशत फिसलकर 1077 डॉलर प्रति औंस पर आ गया जो 2010 के पूर्वार्ध के बाद इसका निचला स्तर है. हालाँकि, यह बिकवाली सोमवार जितनी बड़ी नहीं थी जब चार सेकेंड में 50 करोड़ डॉलर का सोना बिक गया था।
इससे स्थानीय बाजार में सोना स्टैंर्डड 300 रुपये लुढ़ककर 25050 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया जो 06 अगस्त 2011 के बाद का इसका निचला स्तर है। सोना बिटुर भी इतनी ही गिरावट के साथ 25 हजार रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 24900 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। वैश्विक दबाव के आगे पिछले दो साल में स्थिर रहने वाली गिन्नी भी 300 रुपये नीचे 22200 रुपये प्रति आठ ग्राम बोली गयी।
सोने की तरह चाँदी भी दबाव में रही. चाँदी हाजिर 350 रुपये गिरकर 05 अक्टूबर 2010 के बाद पहली बार 34 हजार रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 33950 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी. चाँदी वायदा भी 345 रुपये लुढ़ककर 33745 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी। चाँदी की गिरावट का असर सिक्कों पर भी दिखा।
सिक्का लिवाली और बिकवाली एक-एक हजार रुपये टूटकर क्रमश: 48 हजार और 49 हजार रुपये प्रति सैकड़ा पर आ गये। स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि आने वाले समय में भी वैश्विक दबाव के कारण सोने में और गिरावट देखी जा सकती है. साथ ही स्थानीय माँग के कमजोर बने रहने से भी दोनों कीमती धातुओं पर दबाव है।
वैश्विक स्तर पर सोना हाजिर कल की 0.3 प्रतिशत की गिरावट के बाद शुक्रवार एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार में 1.2 प्रतिशत लुढ़ककर 1077 डॉलर प्रति औंस तक उतर गया. हालाँकि, बाद में इसमें सुधार देखा गया और लंदन में बाजार खुलने पर पिछले सा के मुकाबले 6.7 डॉलर नीचे 1083.5 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
अमेरिकी सोना वायदा भी एशियाई बाजार में 1072.30 डॉलर प्रति औंस के अक्टूबर 2009 के बाद के निचले स्तर तक उतरने के बाद लंदन में लगभग एक प्रतिशत नीचे 1083.70 डॉलर प्रति औंस बोला गया।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि पहले से ही दबाव में चल रहे दोनों कीमती धातुओं में अमेरिका में रोजगार के मजबूत आँकड़े आने से और गिरावट दर्ज की गयी। अमेरिका में गुरूवार को जारी साप्ताहिक आँकड़ों के अनुसार बेरोजगारी नवंबर 1973 के बाद के निचले स्तर पर आ गयी है। लंदन में चाँदी भी 0.03 डॉलर फिसलकर 14.59 डॉलर प्रति औंस पर रही।
दिल्ली सर्राफा बाजार में दोनों कीमती धातुओं के दाम (रुपये में) इस प्रकार रहे-
सोना स्टैंर्डड (प्रति दस ग्राम)———-25050
सोना बिटुर (प्रति दस ग्राम)———–24900
चांदी हाजिर (प्रति किलोग्राम)———33950
चाँदी वायदा (प्रति किलोग्राम)———33745
सिक्का लिवाली (प्रति सैकड़ा)——–48000
सिक्का बिकवाली (प्रति सैकड़ा)——-49000
गिन्नी (प्रति आठ ग्राम)————–22200