लखनऊ – उत्तर प्रदेश सरकार पत्रकारों की विभिन्न समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए काल सेंटर की स्थापना करेगी। इसके अलावा पत्रकारों को पेशन, एवं बीमा कवर देने की योजन पर गंभीरतापूर्वक विचार चल रहा है।यह घोषणा आज यहाॅं प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल ने उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों द्वारा यू.पी. पे्रस क्लब में आयोजित मध्यान्ह् भोज में की। समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी और सचिव सिद्धार्थ कलहंस ने प्रमख सचिव को पुष्पगुच्छ भेंटकर दे कर स्वागत किया।
हेमंत तिवारी द्वारा उठायी गयी पत्रकारों की विभिन्न मांगों पर नवनीत सहगल ने कहा कि पेंशन का दायरा बढ़ाते हुए इसे ज्यादा से ज्याद पत्राकारों को लाभ पहुॅचाने पर विचार किया जा रहा है, इस पर आने वाले वित्तीय भार का परीक्षण हो रहा हे। उन्होंने कहा कि समिति की कुछ माह पूर्व रखाी गयी ग्रुप मेडिक्लेम, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा एवं सामूहिक बीमा व इश्योंरेंस के प्रस्तावों पर परीक्षण चल रहा है।
इस संबंध में देश के कई अन्य राज्यों द्वारा जारी शासनादेशों का व्यौरा इकठ्ठा किया गया है। उन्होंने कहा सम्यक परीक्षणोपरान्त समिति की इन मांगों पर जल्द निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि समिति की मांग पर हाल ही में राज्य मुख्यालय पर मान्यता प्राप्त संवाददाताओं को संजय गाॅंधी पी.जी.आई. में मिल रही सुविधा को उनके परिजनों को देने की समिति की मांग पर सरकार अवश्य विचार करेगी। श्री सहगल ने कहा कि फिलहाल कुछ परिजनों को गंभीर बीमारी में लाभ दिया गया है।
समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रदेश स्तर पर कड़ा कानून बनाने की मांग की।
मध्यान्ह् भोज में वरिष्ठ पत्राकार ज्ञानेन्द्र शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना सलाहकार ए.एम.खान, जे.पी. तिवारी, प्रदीप कपूर, हसीब सिद्दीकी, अशोक निगम, अजय कुमार, प्रमोद गोास्वामी, सुरेन्द्र दुबे, सुरेश बहादुर सिंह, अमिता वर्मा, अफजाल अंसारी, विपिन चैबे, उन्मुक्त मिश्रा, राजीव बाजपेयी, राजेश सिंह, ब्रजेन्द्र पारासर, एम. हसन, राजेश के.सिंह, मसूद हसन, ब्रजेश शुक्ला, शिव सरण सिंह, विजय उपाध्याय, ज्ञानेन्द्र शुक्ला, मनीष चन्द्र पाण्डेय, वीरेन्न्द्र सिंह, सहित 675 से अधिक पत्रकारों ने हिस्सा लिया।
रिपोर्ट :- शाश्वत तिवारी