मंदसौर – नीमच के केसरपुरा के समीप महू- नीमच हाईवे में हादसे में अफीम के गीले डोडो की तस्करी का खेल उजागर हुआ है। पुलिस ने तीन मृतक और एक घायल के खिलाफ बीस किलो डोडा मिलने से एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण दर्ज कर इस मामले में लिप्त और आरोपियों का पता लगाना शुरू कर दिया है। जो पुलिस ने डोडा बरामद किया है, वह पिपलियामंडी क्षेत्र से चोरी होना बताया जा रहा है, क्योंकि शनिवार रात करीब दस बजे खात्याखेडी रास्ते पर मृतकों को आखिरी बार देखा गया था। शराब ठेकेदार दीपा व अन्य साथी मोहसिन, मनीष बैरागी, हैदर, आसिफ के संबंध मृतक प्रशांत मिश्रा, दिनेश ग्लावा, ईश्वर यादव तथा उदयपुर में उपचारत गौरव व्यास से थे, जो एम्बूलेंस के जरिए डोडा लेकर जा रहे थे, इनकी कचनारा शराब ठेके में पार्टनशीप थी। बताया जा रहा है कचनारा पाइंट का ठेका इन्होंने बहुत अत्यधिक भाव में ले लिया था, ठेके में पैसे लगा चुके थे। पैसे कमाने की चाहत ने डोडे की तस्करी की स्टेयरिंग संभाल ली थी जिसका अंत भी फिल्म स्टाइल से हुआ। कचनारा पाइंट के शराब ठेकेदार का नाम सामने आने के बाद हडकंप मच गया है। पुलिस ने मृतकों की कॉल डिटेल्स के आधार पर रहस्य उजागर करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।
कॉल डिटेल्स खोलेगी राज:-
मृतक प्रशांत व्यास, दिनेश ग्वाला, ईश्वर यादव व घायल गौरव व्यास शराब ठेके में पार्टनर थे और इनकी मोबाइल से हर रोज दीपा व साथियों से बातचीत होती थी, इन्होंने ही घाटे से उभरने के लिए डोडो की तस्करी का प्लॉन बनाया है इन चारों को एम्बूलेंस के जरिए डोडे लेकर भेजा था। पुलिस मृतकों और घायलों की कॉल डिटेल्स निकाल रही है। इसके आधार पर जांच को आगे बढाएगी।
एम्बूलेंस तस्कर कांड की सीबीआई जांच हो:-
कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द्र ने एम्बूलेंस तस्करकांड की सीबीआई जांच की मांग की है। जोकचंद्र ने कहा कि नीमच-मंदसौर जिले में एम्बूलेंस के जरिए बडे पैमाने पर तस्करी हो रही है, जो कॅरियर के रूप में इस्तेमाल होते है उनकी मौत हो जाती है। इस मामले में पुलिस प्रशासन के लोग भी मिले हुए है। एम्बूलेंस तस्कर कांड में कई सफेदपोश माफिया, ठेकेदार मिले है। स्थानीय पुलिस से जांच छिनी जाएं, इस मामले की सीबीआई जांच की जाए तो कई और कांड सामने आएंगे। नीमच-मंदसौर जिले में तस्करी के खेल में कई लोगों की हत्याएं भी हुई है, जो अभी तक अनसुलझी हुई हैं, बीते दस साल के दौरान ऐसे मामले सामने आए है, जोकचन्द्र ने कहा कि पर्दे के पीछे तस्कर मिलीभगत कर बच जाते है। एम्बूलेंस कांड की जांच स्वतंत्र एजेंसी (सीबीआई) को जांच सौपी जानी चाहिए।
विधायक यशपाल सिसौदिया ने भी उठाई जांच की मांग:-
मंदसौर विधायक यशपाल सिसौदिया ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले स्वास्थ्य समिमि की बैठक में फर्जी एम्बूलेंस का मामला उठाया था। नीमच-मंदसौर जिले में निजी एम्बूलेंसों पर अवैधानिक काम होते है, इस मामले की सीबीआई जांच की मांग होना चाहिए। विधायक ने प्रेसनोट के माध्यम से यह मांग उठाई है। विधायक द्वारा मांग उठाने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है।
इस मामले की जांच जारी है:–
जावद एसडीओपी इन्द्रजीत बाकरवाल का कहना है तीन मृतकों और एक घायल के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच की जा रही है, जो भी लोग इस मामले में लिप्त है, काॅल डिटेल निकाली जाकर जल्द खुलासा किया जायेगा ।
रिपोर्ट :- प्रमोद जैन