कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो परिवार के साथ भारत आए हैं और वे देश की इस ‘किन्नर’ छात्रा के साथ डिनर करना चाहते हैं, जानिए आखिर क्यों?
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के ह्यूमन राइट विभाग में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही ट्रांसजेंडर धनंजय चौहान मंगलमुखी को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दिल्ली में होने वाले रात्रिभोज का न्योता मिला है। मंगलमुखी को 22 फरवरी के डिनर के लिए भारत से कनाडा के लिए हाई कमिश्नर नादिर पटेल ने आमंत्रित किया है।
धनंजय चौहान मंगलमुखी एलजीबीटी कम्युनिटी के अधिकारों के लिए काम कर रही हैं और पंजाब यूनिवर्सिटी की पहली ट्रांसजेंडर स्टूडेंट हैं। वे कनाडा एंबेसी के साथ संयुक्त रूप से पिछले छह साल से ट्रांसजेंडर परेड प्राइड का आयोजन भी कर रही हैं। इसके अलावा यूटी वेलफेयर बोर्ड ऑफ ट्रांसजेंडर में भी वे सदस्य हैं।
इसी के चलते उन्हें दिल्ली में कनाडा दूतावास पर डिनर के आयोजन का भागीदार बनने के लिए बुलाया गया है। धनंजय लगातार अपने समुदाय के अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं। वह खुद तो पढ़ाई कर ही रही हैं, साथ में उन्होंने चार अन्य ट्रांसजेंडरों को भी पीयू में दाखिला दिलवाने में मदद की।
उन्होंने संबंधित समुदाय के स्टूडेंट्स की फीस माफ करवाने में भी मदद की। पीयू में नवंबर 2017 में स्टूडेंट सेंटर पर ट्रांसजेंडर्स के लिए टॉयलेट बना था और इसका श्रेय भी उन्हें ही जाता है। धनंजय ने लगातार इसे लेकर प्रयास किए थे। पीयू देश की पहली यूनिवर्सिटी है, जहां ट्रांसजेंडर के लिए अलग से टॉयलेट बना हुआ है।
इन उपलब्धियों के लिए मिला न्योता
चंडीगढ़ में ट्रांसजेंड वेल्फेयर बनवाना, प्राइड परेड का छह साल से आयोजन, पीयू में ट्रांसजेंडर टॉयलेट निर्माण की लड़ाई लड़ी, अपने साथ 4 और ट्रांसजेंडर का दाखिला करवाया, सबकी फीस माफ करवाई, जुलाई तक पीयू में अलग से हॉस्टल भी मिल जाएगा।