नई दिल्ली : बजट सत्र में मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसा कह दिया जिससे आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान सीट से उठ गए। दरअसल, पीएम मोदी ने सदन में चार्वाक दर्शन का श्लोक सुनाया और उसे सांसद भगवंत मान से जोड़ दिया।
पीएम ने कहा- ‘ चार्वाक कहते थे – यावज्जीवेत्सुखं जीवेत् ऋणं कृत्वा घृतं पिबेत्, भस्मीभूतस्य देहस्य पुनरागमनं कुतः। जब तक जियो, मौज करो, चिंता किस बात की कर्ज करो और घी पियो।’ पीएम ने आगे कहा कि ‘ उस जमाने में संस्कार थे, इसलिए घी कहा, भाई भगवंत मान नहीं और कुछ पीने का कहते।’ पीएम मोदी के इतना कहते ही मान अपनी सीट से उठ खड़े हुए और कुछ कहने लगे।
हालांकि किसी और की ओर से यह जाने पर कि वे बैठ, जाएं, मान बैठ गए। इसके बाद पीएम ने कहा कि लेकिन उस समय ऋषियों ने वहां संस्कार थे, तो उन्होंने घी पीने की बात कही थी, शायद का आज का जमाना होता तो कुछ और पीने की चर्चा करते।’ इससे पहले पीएम मोदी नोटबंदी के मुद्दे पर सदन में अपनी बात रख रहे थे।