नई दिल्ली : पंजाब में विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह मंगलवार को कांग्रेस उपाध्याक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे।
माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच राज्य की कैबिनेट को लेकर चर्चा होगी साथ ही इस बात को लेकर भी चर्चा हो सकती है कि भाजपा से कांग्रेस में आए नवजोत सिंह सिद्धू को डिप्टी सीएम बनाया जाए या नहीं।
बता दें कि राज्य में 11 मार्च को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज करते हुए 117 में से 77 सीटों पर कब्जा किया था और 10 साल का वनवास खत्म कर राज्य में सरकार बनाने जा रही है। कैप्टन 16 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
16 मार्च को शपथ ले रहे कैप्टन की कैबिनेट के लिए 6 बार चुनाव जीत चुके पटियाला देहाती के विधायक ब्रह्मा मोहिदर का नाम सबसे आगे आ रहा हैं।
वहीं, मनप्रीत बादल का वित्तमंत्री बनना तय है। इसके बाद राणा गुरजीत सिंह, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, साधु सिंह धर्मसोत, राकेश पांडे, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, ओपी सोनी, राणा केपी, अरुणा चौधरी का नाम भी चल रहा है।
भले ही कैप्टन अमरिदर सिंह ने मंत्री बनने के लिए तीन बार विजेता होने का मानक तय किया है, लेकिन राहुल कोटे से आने वाले मंत्रियों के मामले में इस नियम को लचीला बनाया जाना तय है।
माना जा रहा है कि राहुल कोटे से दूसरी बार चुनाव जीते यूथ कांग्र्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरिदर सिंह राजा वड़िंग, संगरूर से विजय इंदर सिंगला और पहली बार चुनाव जीत कर आए अमित विज का मंत्री बनना तय है।
नवजोत सिंह सिद्धू उप मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन इस पर अंतिम मुहर राहुल गांधी की ही लगेगी। विस स्पीकर को लेकर पेंच फंसा है। सबसे सीनियर विधायक ब्रह्मा मोहिदरा हैं, उन्हें कैबिनेट में स्थान मिल सकता है।
उनके बाद सबसे महत्वपूर्ण नाम डॉ. राजकुमार वेरका का है। जो कैप्टन के करीबी भी हैं। वेरका के स्पीकर बनने से अमृतसर में तीन मंत्री बनाने की टेंशन भी कैप्टन सरकार को नहीं रहेगी। कैप्टन अमरिदर सिंह शपथ ग्र्रहण समारोह राजभवन में करेंगे।