जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक भीषण हादसे की जानकारी सामने आई है। यहां दुर्गा विसर्जन के लिए जा रहे कुछ लोगों को एक कार रौंदते हुए निकल गई। हादसे में एक की मौत और 16 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद भीड़ ने पीछा कर कार को पकड़ लिया, चालक की पिटाई की और कार में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि कार में बड़ी मात्रा में गांजा भरा हुआ था।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी जेम्स मिंज ने बताया कि एक तेज रफ्तार कार ने पत्थलगांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे लोगों को कुचल दिया। एक शव को अस्पताल लाया गया है और 16 अन्य को भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल दो लोगों का एक्स-रे करवाने पर फ्रेक्चर होने की जानकारी सामने आई है, जिसके बाद दोनों को अन्य अस्पतालों के लिए रेफर किया गया है।
यह घटना शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। पत्थसगांव में कुछ लोग सात दुर्गा पंडालों की मूर्ति का विसर्जन करने के लिए नदी की ओर जा रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार इन लोगों को कुचलते हुए निकल गई। जानकारी के अनुसार, वहां मौजूद अन्य लोगों ने कार का पीछा किया और करीब पांच किमी दूर सुखरापारा में पकड़ लिया। लोगों ने कार चालक की जमकर पिटाई की और गांजे से भरी कार को आग के हवाले कर दिया।
आक्रोशित लोगों ने पत्थलगांव थाने का घेराव और गुमला-कटनी नेशनल हाइवे पर मृतक का शव रख चक्काजाम कर दिया। हालात देखते हुए इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लोगों का कहना है कि एक एएसआई गांजा तस्करी में संलिप्त है। कार चालक एएसआई के साथ मिलकर तस्करी करने वाला था। कार में कितना गांजा था ये पता नहीं चल पाया। लोगों ने एएसआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सीएम बघेल बोले- दोषियों को बख्शेंगे नहीं
जशपुर की घटना को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बहुत दुखद और हृदयविदारक बताया। उन्होंने कहा कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रथमदृष्टया दोषी दिख रहे पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई है। जांच के आदेश दिए गए हैं। कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। सबके साथ न्याय होगा। ईश्वर दिवंगतजनों की आत्मा को शांति दे।
दोनों आरोपी गिरफ्तार
मामले में जशपुर एसपी का कहना है कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी पहचान बबलू विश्वकर्मा और शिशुपाल साहू के रूप में हुई है। दोनों मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और वे छत्तीसगढ़ से गुजर रहे थे। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।