अमेठी: अमेठी यूपी में 2017 के विधान सभा चुनाव के से ठीक पहले सपा को तगड़ा झटका लगा है। अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री और अमेठी से पार्टी के उम्मीदवार गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने गैंगरेप और यौन उत्पीड़न में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. उच्चत्तम न्यायालय ने इस मामले पर यूपी सरकार से आठ हफ्तों के भीतर जवाब मांगा है
पीड़िता ने ली थी कोर्ट की शरण-
गायत्री प्रसाद प्रजापति इस समय यूपी कैबिनेट में परिवहन मंत्री हैं. 35 वर्षीय पीड़िता उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज न होने पर सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया था पीड़िता का कहना था कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ और उसकी बेटी का भी यौन उत्पीड़न किया गया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर तुरंत एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
विवाद के फेर में पहले भी फसे है गायत्री प्रजापति-
पहले भी गायत्री प्रजापति पर आय से अधिक संपत्ति रखने, अवैध कब्जे, अवैध खनन सहित कई संगीन आरोप लग चुके हैं. माहौल बिगड़ता देख उन्हें अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था. और बाद अपने पिता मुलायम के दबाव में अखिलेश को दोबारा उन्हें सरकार में शामिल करना पड़ा.
चित्रकूट की रहने वाली और सामाजिक कार्यकर्ता है पीड़ता-
बताया जा रहा है कि पीड़िता चित्रकूट की रहने वाली है और सामाजिक कार्यकर्ता है पीड़िता का आरोप है कि प्रजापति ने समाजवादी पार्टी में अच्छा पद दिलाने का लालच देकर उसे अपने जाल में फंसाया और पिछले दो साल में कई बार उसके साथ गैंगरेप किया
रिपोर्ट@राम मिश्रा