महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार कैश संकट से जूझ रही है। ऐसे में उसे शिरडी के साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट ने सहारा दिया है।
ट्रस्ट ने सरकार को निलवांडे सिंचाई परियोजना के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए 500 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया है।
इस परियोजना के जरिए अहमदनगर जिले की ज्यादातर तहसीलों की पीने के पानी की जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
भाजपा शासित सरकार ने जब ट्रस्ट से सिंचाई परियोजना को पूरा करने के लिए कर्ज मांगा तो भाजपा नेता सुरेश हवारे जोकि इसके अध्यक्ष भी हैं उन्होंने इसे मानने का निर्णय लिया।
इससे पहले कभी भी राज्य संचालित किसी परियोजना को बिना ब्याज के कर्ज नहीं दिया गया है। इसके अलावा कर्जमाफी के लिए कोई समयसीमा भी तय नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ने एक फरवरी को कर्ज के लिए प्रस्ताव दिया था और दो किश्तों में फंड जारी करने का निर्देश शनिवार को दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट और गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई विकास निगम ने इसके लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए हैं। यह मंदिर इतिहास में विशेष केस होगा।’
अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना पर काफी लंबे समय से काम लंबित पड़ा था। परियोजना की कुल लागत 1,200 करोड़ रुपये की है, जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने 500 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
जल संसाधन विभाग इस साल के बजट में 300 करोड़ का प्रावधान दे चुका है और अगले साल के बजट में 400 करोड़ रूपये देगा। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि नहर का काम दो साल में पूरा हो जाएगा।’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ने एक फरवरी को कर्ज के लिए प्रस्ताव दिया था और दो किश्तों में फंड जारी करने का निर्देश शनिवार को दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट और गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई विकास निगम ने इसके लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए हैं। यह मंदिर इतिहास में विशेष केस होगा।’
अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना पर काफी लंबे समय से काम लंबित पड़ा था। परियोजना की कुल लागत 1,200 करोड़ रुपये की है, जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने 500 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
जल संसाधन विभाग इस साल के बजट में 300 करोड़ का प्रावधान दे चुका है और अगले साल के बजट में 400 करोड़ रूपये देगा। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि नहर का काम दो साल में पूरा हो जाएगा।’
महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार कैश संकट से जूझ रही है। ऐसे में उसे शिरडी के साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट ने सहारा दिया है।
ट्रस्ट ने सरकार को निलवांडे सिंचाई परियोजना के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए 500 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया है।
इस परियोजना के जरिए अहमदनगर जिले की ज्यादातर तहसीलों की पीने के पानी की जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
भाजपा शासित सरकार ने जब ट्रस्ट से सिंचाई परियोजना को पूरा करने के लिए कर्ज मांगा तो भाजपा नेता सुरेश हवारे जोकि इसके अध्यक्ष भी हैं उन्होंने इसे मानने का निर्णय लिया।
इससे पहले कभी भी राज्य संचालित किसी परियोजना को बिना ब्याज के कर्ज नहीं दिया गया है। इसके अलावा कर्जमाफी के लिए कोई समयसीमा भी तय नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ने एक फरवरी को कर्ज के लिए प्रस्ताव दिया था और दो किश्तों में फंड जारी करने का निर्देश शनिवार को दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट और गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई विकास निगम ने इसके लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए हैं। यह मंदिर इतिहास में विशेष केस होगा।’
अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना पर काफी लंबे समय से काम लंबित पड़ा था। परियोजना की कुल लागत 1,200 करोड़ रुपये की है, जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने 500 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
जल संसाधन विभाग इस साल के बजट में 300 करोड़ का प्रावधान दे चुका है और अगले साल के बजट में 400 करोड़ रूपये देगा। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि नहर का काम दो साल में पूरा हो जाएगा।’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ने एक फरवरी को कर्ज के लिए प्रस्ताव दिया था और दो किश्तों में फंड जारी करने का निर्देश शनिवार को दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट और गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई विकास निगम ने इसके लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए हैं। यह मंदिर इतिहास में विशेष केस होगा।’
अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना पर काफी लंबे समय से काम लंबित पड़ा था। परियोजना की कुल लागत 1,200 करोड़ रुपये की है, जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने 500 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
जल संसाधन विभाग इस साल के बजट में 300 करोड़ का प्रावधान दे चुका है और अगले साल के बजट में 400 करोड़ रूपये देगा। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि नहर का काम दो साल में पूरा हो जाएगा।