बेंगलुरु- कावेरी विवाद को लेकर हुई हिंसा के बाद बेंगलुरु में शांति बनी हुई है। बेंगलुरू के सभी 16 थाना इलाकों से कर्फ्यू हटाया गया। हालात संभालने के लिए 15000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उपद्रवियों की धर पकड़ जारी है। अब तक करीब 500 लोगों को हिरासत में लिया गया है। दो दिन से बंद स्कूलों को आज खोला गया है।
तमिलों पर हो रहे हमले के बीच कई तमिल परिवारों ने कर्नाटक छोड़ दिया है। दोनों राज्यों के बीच बसें न चलने की सूरत में लोग पैदल ही तमिलनाडु की ओर बढ़ रहे हैं। हिंसा की वजह से अब तक 22 हजार करोड़ का नुकसान बताया जा रहा है। इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस मुद्दे पर आज पीएम से मिल सकते हैं। पीएम मोदी ने दोनों ही राज्यों के लोगों से शांति की अपील की थी।
इस बीच पीएम मोदी ने कर्नाटक और तमिलनाडु दोनों राज्यों के लोगों से शांति की अपील की। पीएम ने कहा कि हिंसा से किसी समस्या का हल नहीं निकल सकता। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में बातचीत से ही किसी भी समस्या का हल निकाला जा सकता है। कानून हाथ में लेना विकल्प नहीं हो सकता।
कावेरी विवाद
भारतीय संविधान के मुताबिक कावेरी एक अंतर्राज्यीय नदी है। कर्नाटक और तमिलनाडु इस कावेरी घाटी में पड़नेवाले प्रमुख राज्य हैं। इस घाटी का एक हिस्सा केरल में भी पड़ता है। और समुद्र में मिलने से पहले ये नदी कराइकाल से होकर गुजरती है जो पांडिचेरी का हिस्सा है। इस नदी के जल के बँटवारे को लेकर इन चारों राज्यों में विवाद का एक लम्बा इतिहास है। [एजेंसी]