नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और 12 अन्य लोग, विवादित बाबरी मस्जिद को तोड़ने की बड़ी साजिश का हिस्सा थे। यह बात केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने सुप्रीम कोर्ट को बताई। गुरुवार को इस मामले पर राजनेताओं के खिलाफ आरोपों के लिए बहस के दौरान सीबीआई ने यह बात कही।
CBI ने कोर्ट को बताया कि आडवाणी और अन्य लोगों तकनीकी कारणों से षड़यंत्र के आरोपों का सामना नहीं कर पाए। साथ ही सीबीआई ने कहा कि वो चाहती है की ट्रायल लखनऊ की कोर्ट में हो।
वन इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले इसी मसले पर हुई सुनावई के दौरान सुप्रीम कोर्ट पहले ही यह कह चुका है कि इस मामले में पहली नजर में इन नेताओं को आरोपों से बरी करना सही नहीं लगता है।
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि सीबीआई को इस मामले में निचली अदालत की तरफ से लिए गए फैसले के खिलाफ समय से एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करनी चाहिए थी।
आपको बता दें कि निचली अदालत ने तकनीकी आधार पर इन सभी नेताओं को इस केस से बरी किया था, जिसके बाद हाईकोर्ट ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से कहा था कि इस मामले में सभी 13 आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश की चार्जशीट दाखिल करे। – एजेंसी