नई दिल्ली: सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव ने सीबीआई ऑफिस का कार्यभार संभालने के बाद पूर्व निदेशक आलोक वर्मा के फैसलों के बदल दिया है। वर्मा ने बुधवार को कार्यभार संभालते ही पांच आला अफसरों का तबादला किया था। इनमें दो ज्वाइंट डायरेक्टर, दो डीआईजी और एक असिस्टेंट डायरेक्टर शामिल हैं। साथ ही उन्होंने अंतरिम निदेशक एल नागेश्वर राव के ज्यादातर ट्रांसफर आदेशों को भी रद्द कर दिया था। सभी आदेशों को राव ने वापस ले लिया है।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने वर्मा को पद पर बहाल किया था। राहत मिलने के दो दिन बाद ही आलोक वर्मा को सेलेक्शन पैनल ने सीबीआई निदेशक पद से हटा दिया गया। आलोक वर्मा का तबादला कर उन्हें दिल्ली डीजी फायर सर्विस, सिविल डिफेंस व होमगार्ड्स बनाया गया है। वर्मा के तबादले के बाद राव को अंतरिम निदेशक बनाया गया। राव ने पद संभालते ही वर्मा के लिए फैसलों को पलट दिया।
सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और डायरेक्टर आलोक वर्मा ने एक दूसरे पर रिश्वत के आरोप लगाए थे। केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर 2018 को दोनों ही अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया था और नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बना दिया था। इस फैसले के खिलाफ आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 77 दिन बाद दोबारा बहाल कर दिया लेकिन नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने उन्हें दो दिन बाद ही पद से हटा दिया।