नई दिल्ली : सीबीएसई ने 12वीं इकोनॉमिक्स की परीक्षा का ऐलान कर दिया है। अब यह परीक्षा 25 अप्रैल को होगी, वहीं दसवीं गणित की परीक्षा सिर्फ दिल्ली और हरियाणा में होगी। शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 10वीं गणित की परीक्षा अगर दोबारा होती भी है तो यह जुलाई में आयोजित की जाएगी।
गुरुवार को एक बैठक हुई थी जिसके बाद माना जा रहा है था कि सीबीएसई आज परीक्षा की तारीखों की घोषणा करेगी। शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने कहा कि दिल्ली और हरियाणा में ही पेपर लीक हुआ है इसलिए यहां के छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा का आयोजन किया गया है। पूरे देश और देश के बाहर परीक्षा का नहीं ली जाएगी। 10वींं गणित के पेपर की परीक्षा जुलाई में होने की संभावना जताई गई है।
Re-examination of Class 12th exam will be on 25th April: Secretary Education #CBSEPaperLeak pic.twitter.com/V4P5IXKjpJ
— ANI (@ANI) March 30, 2018
10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के बाद एसआईटी इसके पीछे के मास्टरमाइंड्स को पकड़ने में लगी है। वहीं दूसरी तरफ पेपर लीक की जांच जारी है और दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस मामले में जीमेल से जवाब मांगा है। क्राइम ब्रांच ने जीमेल से सीबीएसई चेयरमैन को भेजे गए उस मेल के बारे में जवाब तलब किया है जिसमें भेजने वाले ने लीक हुए पेपर की हाथ से लिखी कॉपी भेजी थी।
इससे पहले एसआईटी ने अब तक 18 छात्रों समेत 34 लोगों से पूछताछ कर ली है। इनमें 11 विभिन्न स्कूलों के छात्र, सात विभिन्न कॉलेजों के छात्र, पांच ट्यूटर व दो अन्य लोग शामिल हैं। ट्यूटर में एक महिला भी शामिल है, जिसका लाजपत नगर में कोचिंग सेंटर है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का कहना है कि वो अभी इस बात का पता लगा रही है कि पर्चा लीक कहां से हुआ, वहीं उनकी जांच फिलहाल दिल्ली तक ही सीमित है।
एसआइटी ने बुधवार रात दिल्ली-एनसीआर में करीब 10 जगहों पर छापेमारी की। जिन 34 लोगों से पूछताछ की गई है उन्होंने कबूल किया कि 10वीं के गणित व 12वीं के अर्थशास्त्र के पेपर, परीक्षा शुरू होने से 24 घंटे पहले लीक हो गए थे। असली पेपर देखकर पहले हाथ से सादे कागजों पर प्रश्नों को लिखा गया, फिर उसकी तस्वीरें वाट्सएप के जरिये बांटी गईं।
24 घंटे पहले पेपर मिलने से छात्र-छात्राओं को प्रश्नों की तैयारी करने का काफी समय मिल गया। विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच आरपी उपाध्याय के मुताबिक, जरूरत पड़ने पर उनसे फिर पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के दौरान उनके मोबाइल नंबर व अन्य जरूरी जानकारियां ले ली गई हैं। बता दें कि सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर दो मुकदमे दर्ज करने के बाद एसआइटी ने बुधवार रात से ही जांच शुरू कर दी थी और पेपर लीक से जुड़े सुबूत आरोपित कहीं मिटा न दें, इसलिए गुरुवार सुबह होते ही एसआइटी ने कार्रवाई तेज कर दी। सीबीएसई ने एक एफआइआर 27 मार्च व दूसरी 28 मार्च को दर्ज कराई थी।