संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की रिलीज़ अटकी हुई थी। अब ख़बर है कि सेंसर ने इसे तमाम शर्तों के साथ रिलीज के लिए छोड़ दिया है।सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ‘U/A’ सर्टिफिकेट दिया है। फिल्म के कई बदलाव सुझाए गए हैं। कहा तो यहां जा रहा है कि इसका नाम भी बदला जा रहा है और ‘पद्मावत’ किया जा रहा है।
बता दें कि इस विवाद को खत्म कर रिलीज़ तारीख की घोषणा करने के लिए छह सदस्यों की कमेटी बनाई गई थी।इस कमेटी में इतिहासकारों के अलावा राजघराने के लोगों को भी शामिल किया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएफसी के चेयरमैन प्रसून जोशी ने मेवाड़ राजपरिवार के विश्वराज सिंह से फिल्म देखने की गुजारिश की थी।
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो इन लोगों के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग गुरुवार को रखी गई। ख़बर यह भी थी कि, सेंसर बोर्ड ने जयपुर के दो वेटनर हिस्टोरियंस प्रोफेसर बीएल गुप्ता और प्रोफेसर आरएस खनजरोत को भी फिल्म देखने को लिए आमंत्रण दिया है। बीएल गुप्ता राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं जिन्होंने भारत पर कई किताबें लिखी हैं। वहीं, प्रो. खनजरोत अग्रवाल कॉलेज के प्रिंसिपल हैं।
बता दें कि फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन देशभर में राजकरणी सेना और राजपूत संगठनों के उग्र विरोध के कारण फिल्म की रिलीज़ तारीख को अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया गया था। ‘पद्मावती’ को लेकर 30 नवंबर के दिन संसद में भी चर्चा हुई थी जिसमें डायरेक्टर संजय लीला भंसाली भी संसद की एक समिति के सामने पेश हुए थे।
‘पद्मावती’ में दीपिका पादुकोण ने रानी पद्मावती की भूमिका निभाई है। वहीं, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अहम भूमिका में हैं। बताते चलें कि, पद्मावती विवाद पर यह तीनों एक्टर्स अभी तक चुप रहे हैं। इन्होंने फिल्म को लेकर किसी भी प्रकार का कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है।