नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग लेकर तेलुगु देसम पार्टी अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
उनकी मांग है कि आंध्र प्रदेश को को विशेष दर्जा दिया जाए साथ ही वो आंध्र प्रदेश पुनर्गठन कानून 2014 के तहत केंद्र द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं।
नायडू के इस धरने को विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है। जहां फारुख अब्दुल्ला धरने में शामिल हुए हैं।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी यूपी रवाना होने से पहले धरना स्थल पहुंचे हैं। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस धरने को समर्थन दिया है।
बता दें कि तेदेपा पिछले साल भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की राजग सरकार से यह कहते हुए अलग हो गई थी कि पुनर्गठन के बाद आंध्र प्रदेश के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
एक बयान के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में स्थित आंध्र प्रदेश भवन में नायडू की भूख हड़ताल सोमवार सुबह आठ बजे शुरू होगी और रात आठ बजे तक चलेगी।
यहाँ पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आंध्र से किया वादा पूरा नहीं किया। मोदी जनभावनाओं को नहीं समझ रहे हैं।
मंगलवार को वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंपेंगे। भूख हड़ताल में उनके मंत्री, विधायक, विधान परिषद सदस्य और सांसद भी शामिल होंगे। राज्य सरकार के कर्मचारी, सामाजिक और छात्र संगठनों के सदस्य भी इसमें शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2013 में भी नायडू अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ चुके हैं। तब उनकी मांग थी कि आंध्र प्रदेश का पुनर्गठन होता है तो दोनों राज्यों के साथ न्याय किया जाना चाहिए।