मध्यप्रदेश के छतरपुर में इन दिनों एक मुस्लिम युवक की समाजसेवा चर्चा का विषय बनी हुई है युवक नमाज पढ़ने जा रहा था मगर उसे जैसे ही जानकारी लगी कि एक गाय का बछड़ा कुएं में गिर गया तो उसने नमाज से पहले गाय के बछड़े की जान बचाना जरूरी समझा और संकल्प लेते हुए कुएं के पास पहुंच कर अन्य लोगों की मदद से करीब 1 घंटे तक रेस्क्यू करते हुए गाय के बछड़े की जान बचाकर उसे सकुशल कुएं से बाहर निकाला और उसके बाद नमाज पढ़ने मस्जिद गया। मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक बार फिर हिन्दु-मुस्लिम एकता और इंसानियत की मिसाल देखने को मिली। जहां पानी से भरे कुएं में गिरे गाय के बछड़े को मुस्लिम औऱ हिन्दु युवकों ने मिलकर बाहर निकाला और उसकी जान बचाई।
छतरपुर शहर के बीचों-बीच महारानी लक्ष्मी बाई गर्ल्स स्कूल के पास बने एक पुराने पानी से भरे कुएं में गाय का बछड़ा गिर गया था। जो काफी देर तक पड़ा रहा लेकिन किसी ने निकालने या बचाने की हिमाक़त नहीं दिखाई। वहीं पास में रहने वाले स्टूडियो संचालक और समाजसेवी रफ़त खान को जब इसकी जानकारी मिली तो वह तुरंत मौके पर पहुँचे और अपने मित्रों को सहयोग के लिए बुलाया। जिसके बाद सभी ने मिलकर घंटों रेस्क्यू किया और कड़ी मशक्कत के बाद बछड़े को कुएं से बाहर निकाला।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सभी लोगों की मेहनत और लोकल रेस्क्यू से बछड़े को सकुशल बचा लिया गया। लेकिन अग़र जरा भी देर हो जाती तो जान बचाना मुश्किल हो जाता। कुएं में गिरने और काफी देर पानी में पड़े रहने से बछड़ा काफी घायल और थक गया था।
सबने मिलकर एक युवक को कुएं में उतारकर बछड़े को रस्सी का फंदा बनाकर बांधा और उसके मुंह को पानी से ऊपर उठाएं रखा, ताकि बछड़ा सांस लेता रहे। और फिर बछड़े को सकुशल कुएं से बाहर निकाला गया। अंततः उसे निकाल लिया गया।
रेस्क्यू टीम में रफत खान, मनु राजा, अंकित सहित और अन्य कई लोग शामिल रहे। बछड़े के सकुशल निकलने के बाद सभी उछाल पड़े और एक-दूसरे का शुक्रिया अदा करने लगे और फिर बछड़े का प्राथमिक इलाज के बाद उसे छोड़ दिया गया।
रिपोर्ट – मनीष खरया