दंतेवाड़ा : सरेंडर नक्सली प्रेमी जोड़ों के लिए इस बार का वेलेंटाइन डे बहुत ही खास होने जा रहा है। 14 जोड़े रविवार को एक साथ परिणय सूत्र में बंधेंगे। ढोल, बैंड बाजा होगा, पारंपरिक नाचा होगा। सरेंडर नक्सली, पुलिस के जवान बाराती होंगे तो अफसर घराती होकर स्वागत व कन्यादान करेंगे। कारली हैलीपेड के पास मण्डप सजेगा और यहीं सरेंडर नक्सली प्रेमी जोड़े फेरे लेंगे। इसके पहले भी सरेंडर नक्सलियों की शादी पुलिस ने कराई ज़रूर है, लेकिन वेलेंटाइन डे के खास मौके पर एक साथ 14 जोड़ों की शादी पहली बार व अपने आप में बेहद खास होगी।
वैसे तो पुलिस के जवान, पुलिस, प्रशासन के अफसर परिवार की भूमिका में होंगे लेकिन सरेंडर नक्सलियों के परिवार को भी आमंत्रण भेजा गया है। बताया जा रहा है नक्सल भय से कुछ परिवार नहीं पहुंचेंगे। धूम धड़ाके, नाच गाने के साथ शांति कुंज से बारात निकलेगी। आदिवासी संस्कृति व पारम्परिक रीति- रिवाजों के साथ सारी रस्में होंगी।
शादी को लेकर ये जोड़े बेहद उत्साहित हैं। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि शादी की रस्मों, रिश्तों की अहमियत, ज़िम्मेदारियों के बारे में भी इन जोड़ों को बताया जाएगा। नक्सल संगठन में जाने के बाद रीति रिवाजों, परम्पराओं से ये काफी दूर हो चुके हैं। उन्हें ये सब भी जानने का मौका मिलेगा।
इन्हें देख और भी नक्सली प्रेमी जोड़े सरेंडर करेंगे। अभी जिन 14 जोड़ों की शादी हो रही है सभी लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर किए इनामी नक्सली हैं। भास्कर से खास बातचीत में इन सभी सरेंडर नक्सलियों ने कहा कि न तो नक्सल संगठन में रहकर धूमधाम से शादी कर पाते और न सरेंडर के बाद गांव जाकर सभी के बीच शादी कर सकते थे। कभी सोचा नहीं था इस तरह दे शादी होगी और अफसर हमारी शादी में शामिल होंगे।
इनकी शादी होगी : सोमडू उर्फ नवीन वेट्टी संग जोगी माड़वी, चांदूराम सेठिया संग सोनमती, वासू उर्फ कोसा कोवासी संग सुको मंडावी, अजय कुमार मंडावी संग सरिता कश्यप, दुलगो मंडावी संग कुमली कश्यप, रतन मंडावी संग जानकी कश्यप, गुड्डू मरकाम संग भूमे कोडोपी, हिड़मा कुंजामी संग कमली मिडियामी, लखमू हेमला संग मुन्नी वेको, रमेश सोरी संग सरिता कुंजाम, बुधराम कोवासी संग रैमती बारसे, कमलेश उर्फ मोटू संग दशमी मंडावी, दिनेश उर्फ मनीराम अलामी संग रोशनी कश्यप।
बचपन का प्यार, अब एक दूजे के होंगेे : मुस्केल गांव का रहने वाला रतन अब अपने बचपन के प्यार जानकी के साथ परिणय सूत्र में बंधेगा। रतन ने हथियार के साथ सरेंडर किया था। वह बताता है कि जानकी से बहुत प्यार करता है। बचपन से ही जब प्यार की शुरुआत हुई तो शादी की ठान रखी थी। इस बीच वह नक्सल संगठन में चला गया। अब जब सरेंडर किया तो दोनों ने घर बसाने की ठानी है।
संगठन में रहते ही प्रेम हुआ : 14 जोड़ों में से जोगी व सोमडू इकलौता जोड़ा है, जो हार्डकोर इनामी नक्सली रहा है। सोमडू ने नवम्बर 2020 को सरेंडर किया था, जबकि जोगी ने जनवरी 2021 को। सोमडू व जोगी बताते हैं संगठन में रहते वक़्त एक-दूसरे को जानते थे। प्रेम हुआ। बातचीत होती थी। सरेंडर के बाद प्यार और बढ़ गया। अब शादी होगी।
फोन पर बात और प्यार हुआ : सरेंडर नक्सली गुड्डू बताता है कि सरेंडर के बाद समेली की भूमे के संपर्क में आया। फोन पर बात शुरू हुई। दोनों ने तस्वीरें साझा की। दोनों ने प्यार का इजहार किया। भूमे को मिलने बुलाया और शादी की इच्छा जताई। भूमे ने हामी भर दी। गांव जाकर शादी करना सम्भव नहीं, क्योंकि नक्सली मार देंगे। अब शादी होने वाली है, हम खुश हैं।