उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम की भव्य मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की है, जो अयोध्या की पहचान बनेगी।
उन्होंने यह फैसला फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या करने के दूसरे दिन लिया। मुख्यमंत्री योगी ने हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रार्थना करने के बाद रिपोर्टरों से कहा कि उन्होंने दो जगहों को राम मूर्ति स्थापित करने के लिए चुना है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मूर्ति निर्माण कराने पर वह विचार कर रहे हैं। हम आगे इस पर चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि हम इस प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ रहे हैं। इस संबंध में आर्किटेक्टों से कई सुझाव मंगाए गए हैं।
अयोध्या में विवादित जमीन पर राम मंदिर के निर्माण की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा, “आपको पता है कि अयोध्या में पहले से ही एक मंदिर है। मंदिर था, है और रहेगा। सभी विकल्प खुले हैं लेकिन समाधान कानून और संविधान के दायरे में रहते हुए निकाला जाएगा।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम की मूर्ति स्थापना पर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि श्री राम की एक दर्शनीय मूर्ति स्थापित करने के लिए जमीन की उपलब्धता के अनुसार चर्चा करेंगे। पूजनीय मूर्ति मंदिर में होगी, लेकिन एक दर्शनीय मूर्ति भी बनाई जाएगी जो यहां की पहचान बन सके।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम वो सारी व्यवस्थाएं करेंगे जिससे आस्था का सम्मान भी हो और अयोध्या की पहचान भी बन सके।
विवादित भूमि पर राम मंदिर निर्माण का प्रश्न जब मीडियाकर्मियों ने पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि आप सबको पता है कि पहले से ही अयोध्या में राम मंदिर है। मंदिर था, है और रहेगा।