कोलकाता- पश्चिम बंगाल में बीजेपी महिला मोर्चा की नेता जूही चौधरी को बाल तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सीआईडी ने उन्हें दार्जिलिंग जिले के बतासी इलाके से गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि उनकी लोकेशन नेपाल सीमा के पास मिली थी। सीआईडी के DIG निशत परवेज ने कहा कि सोमवार को मिली लोकेशन के बाद टीम सक्रिय हुई थी और मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
‘तीन साल से इन गतिविधियों में शामिल है जूही’
जूही चौधरी की गिरफ्तारी इस मामले के मुख्य आरोपी चंदना चक्रवर्ती के पकड़े जाने और पूछताछ के कुछ घंटों बाद हुई है। उसे 18 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। उसने पूछताछ के दौरान आरोप लगाया कि जूही चौधरी ने तस्करी रैकेट को लेकर बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। चंदना ने कहा कि उसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है। उसने कहा, ‘जूही ऐसे कामों में बीते तीन साल से लगी है। उसने मुझे मदद का वादा किया था और कहा था कि वह दिल्ली में कई बड़े नेताओं को जानती है। अगर कुछ भी गैरकानूनी हुआ तो उसके लिए जूही जिम्मेदार है।’
कैलाश विजयवर्गीय ने खारिज किए आरोप
इस मामले में सामने आ रहे आरोपों को लेकर जब विजयवर्गीय से संपर्क किया गया तो उन्होंने सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि यह पंश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार की साजिश है ताकि राज्य में बीजेपी की छवि खराब की जा सके। उन्होंने कहा, ‘ऐसे किसी मामले से मेरा लेना देना नहीं है। मैं किसी चंदना को नहीं जानता। जहां तक मुझे याद है मैं शायद जूही चौधरी से मिला हूं। ये सारे आरोप बेबुनियाद हैं।
हम सब जानते हैं कि बंगाल की पुलिस वही करती है जो टीएमसी कहती है। पहले भी टीएमसी की साजिश के तहत बीजेपी नेता जेपी मजूमदार और अन्य पर आरोप मढ़े गए थे।’ उन्होंने कहा कि अगर जूही चौधरी दोषी है तो सजा दी जाए लेकिन बंगाल सरकार की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है।
जूही ने चंदना से किया था वादा?
सीआईडी के एजीडी राजेश कुमार ने कहा, ‘जिन लोगों के नाम इसमें सामने आए हैं उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। जांच की जा रही है।’ एक अधिकारी ने कहा, ‘चंदना चक्रवर्ती दिल्ली में बीजेपी की एक बड़ी महिला नेता से मिलने वाली थी। इसके लिए उसने जूही की मदद ली थी लेकिन वो ऐसा कर पाती इससे पहले ही गिरफ्तार हो गई। जूही ने चंदना को इस बात का भी भरोसा दिया था कि वह उसके एनजीओ बिमला शिशु गृह के लिए 22 लाख रुपये डोनेशन का इंतजाम भी कराएंगी।’
विदेशियों को बेचती थी बच्चे
मामले की जांच कर रही सीआईडी ने बिमला शिशु गृह, आश्रय स्टे होम और नॉर्थ बंगाल पीपल्स डेवलपमेंट कमेटी पर नकेल कसी है। आरोप है कि चंदना अपनी सहयोगी सोनाली मंडल के साथ मिलकर बच्चों को विदेशियों को बेचती थी। दोनों को 13 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। चंदना के भाई भौमिक को भी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान जूही चौधरी का नाम सामने आया जिसके बाद सीआईडी ने उनके खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया। [एजेंसी]