नई दिल्ली- चीन ने भारत के सूखा प्रभावित महाराष्ट्र में ‘क्लाउड सीडिंग’ (कृत्रिम तरीके से वर्षा कराने वाली तकनीक) के जरिए बारिश कराने में मदद करने की बात की है। बीजिंग, शंघाई और अनहुई प्रांत के वैज्ञानिकों के दल ने हाल ही में महाराष्ट्र का दौरा करके वहां के हालात को देखा। उन्होंने पाया कि सूखे की स्थिति गंभीर है। इसलिए यहां पर क्लाउड सीडिंग के जरिये वर्षा कराने की जरूरत है।
कृत्रिम तरीके से वर्षा कराने के संबंध में वैज्ञानिकों के इस दल के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी बैठक कर चुके हैं। मौसम विभाग के स्थानीय कर्मचारियों को भी इस तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। महाराष्ट्र पिछले दो साल से भारी सूखे का सामना कर रहा है।
इस तकनीकी में रॉकेट की नोक पर सिल्वर आयोडाइड लगाकर उन्हें आकाश में छोड़ा जाता है, जो वर्षा का कारण बनते हैं। लेकिन इसके लिए आकाश में बादल की मौजूदगी आवश्यक होती है, भले ही वह कम हो।
इससे पहले चीन के वैज्ञानिक महाराष्ट्र के मौसम विभाग के कर्मचारियों को क्लाउड सीडिंग तकनीकी का प्रशिक्षण देंगे। चीन के पास कृत्रिम वर्षा की दुनिया में सबसे उन्नत तकनीकी है।
अगर सबकुछ ठीक रहा तो उम्मीद है भयंकर सूखे का सामना कर रहे महाराष्ट्र में अगले साल के गर्मी के मौसम में कृत्रिम तरीके से बारिश हो सकेगी।
सूखा प्रभावित महाराष्ट्र को मिलेगी चीन की मदद
China offers cloud-seeding technology to drought-hit Maharashtra